पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सबसे कम उम्र के सीनियर पैनल एडवोकेट बने हिमांशु मलिक

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सबसे कम उम्र के सीनियर पैनल एडवोकेट बने हिमांशु मलिक

रोहतक, गिरीश सैनी। गांव बहुअकबरपुर निवासी हिमांशु मलिक मात्र 27 वर्ष की आयु में देश में सबसे कम आयु के सीनियर पैनल एडवोकेट नियुक्त किए गए हैं। केंद्र सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ में उनकी नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।

अधिवक्ता हिमांशु मलिक को केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे कम उम्र के वरिष्ठ पैनल वकील के रूप में नियुक्त किया गया है।

वर्तमान में वर्ष 2020 से केंद्र सरकार के वकील के रूप में कार्यरत हिमांशु को वरिष्ठ पैनल वकील के रूप में तीन साल के लिए सूचीबद्ध किया गया है। उनके पिता एवं इंस्टीट्यूट ऑफ वेटनरी एजुकेशन एंड रिसर्च संस्थान के चेयरमैन भूपेंद्र मलिक तथा माता राजबाला मलिक (बीईओ, चरखीदादरी) ने इस उपलब्धि पर अपार खुशी जताई है।

जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के पूर्व छात्र एडवोकेट हिमांशु ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी से की है। वह पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में नगर निगम चंडीगढ़, खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज अमृतसर, देवी लाल विश्वविद्यालय, जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वाईएमसीए) फरीदाबाद, चौ चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार, गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं जीव विज्ञान विश्वविद्यालय लुधियाना जैसे विभिन्न सरकारी संस्थानों का प्रतिनिधित्व करते हैं।