वर्ष 2047 तक नशा मुक्त भारत के तहत नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए हेल्पलाइन शुरूः डीसी धर्मेंद्र सिंह

24 घंटे सक्रिय रहेगी हेल्पलाइन मानस-1933।

वर्ष 2047 तक नशा मुक्त भारत के तहत नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए हेल्पलाइन शुरूः डीसी धर्मेंद्र सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नशामुक्त भारत अभियान के तहत नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 की शुरुआत की है। यह हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे सक्रिय रहेगा, जिसके माध्यम से नागरिक नशीली दवाओं की रिपोर्ट तुरंत साझा कर सकते हैं। नागरिक इस हेल्पलाइन से नशीली दवाओं के बारे में परामर्श भी ले सकते हैं।

उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विरुद्ध शुरू की गई नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 की सबसे खास बात यह है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। लोग बिना डर या संकोच नशीली दवाओं की तस्करी/व्यापार की जानकारी साझा कर सकेंगे। यह पहल न केवल समाज में फैले नशे की प्रवृत्ति को रोकेगी, बल्कि युवाओं को भी इस बुराई से बचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक भारत को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाना है और इस दिशा में जन-सहयोग को बेहद अहम माना जा रहा है।

उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मानस-1933 हेल्पलाइन के जरिए काउंसलिंग और पुनर्वास सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि नशे की गिरफ्त में आए व्यक्ति फिर से सामान्य जीवन की ओर लौट सकें। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग कीहै। उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि यदि किसी भी नागरिक को कहीं भी नशे का अवैध व्यापार होता दिखाई दे, तो वे भारत सरकार के टोल-फ्री नंबर 1933, ऑनलाइन पोर्टल www.ncbmanas.gov.in या हरियाणा एनसीबी के हेल्पलाइन नंबर 90508-91508 पर तुरंत सूचना दें।

उपायुक्त ने बताया कि नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ निरंतर सख्त कार्रवाई करते हुए रोहतक जिले में गत एक जनवरी से अब तक एनडीपीएस अधिनियम के तहत 63 मामले दर्ज कर 98 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पांच किलो 880 ग्राम अफीम, 10 किलो 780 ग्राम चरस, 991 किलो 434 ग्राम चूरा पोस्त, 1.088 किलोग्राम हेरोइन, 42 किलो 715 ग्राम गांजा,149 बोतल विनरैक्स, 150 टेबलेट तथा 7 किलो 480 ग्राम अफीम के पौधे बरामद किए गए। इसी अवधि में एनडीपीएस अधिनियम के तहत कमर्शियल रिकवरी में भी एक मामला दर्ज किया गया तथा दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।