लाख रुकावटें डालने के बावजूद रोहतक-महम-हांसी रेल लाइन के निर्माण को रोक नहीं पाएगी हरियाणा सरकारः सांसद दीपेंद्र हुड्डा

कहा, भाजपा सरकार के नकारात्मक व उदासीन रवैये के कारण हुई बेवजह देरी, लागत भी 211% बढ़ गई।

लाख रुकावटें डालने के बावजूद रोहतक-महम-हांसी रेल लाइन के निर्माण को रोक नहीं पाएगी हरियाणा सरकारः सांसद दीपेंद्र हुड्डा

महम, गिरीश सैनी। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा सोमवार को महम में ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने रोहतक-महम-हांसी रेलवे लाइन का काम पूरा होने पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि लाख रुकावटें डालने के बावजूद हरियाणा सरकार रोहतक-महम-हांसी रेल लाइन के निर्माण को रोक नहीं पाएगी। अभी ट्रायल रन हुआ है, इसे जल्द से जल्द शुरू भी कराएंगे।

सांसद ने कहा कि हरियाणा सरकार की नीयत इस रेल लाइन को न बनाने की थी। यही कारण है कि बेवजह देरी के चलते परियोजना की लागत 211.31% बढ़कर ₹893.45 करोड़ हो गई। उन्होंने कहा कि काफी मेहनत करके उन्होंने इस रेल लाइन को मंजूर कराया था। मुख्यमंत्री ने तो इस परियोजना की फाइल ही गुमा दी थी, लेकिन हमने फाइल ढूंढ दी। फाइल गुम जाने जैसे बहाने बनाकर भाजपा सरकार प्रदेश के विकास में रोड़े अटकाती रही और लोगों को गुमराह करती रही। उन्होंने कहा कि तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने हांसी में रेल-रोड रैली करके रोहतक-महम-हांसी रेल परियोजना का शिलान्यास 31.07.2013 को किया था। उस वक्त परियोजना की लागत सिर्फ ₹287 करोड़ आंकी गई थी।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हांसी से दिल्ली सीधी रेलवे लाइन शुरू होने के बाद यात्रियों को करीब 90 किलोमीटर तक का सफर कम करना पड़ेगा। साथ ही इससे करीब डेढ़ घंटे के समय की भी बचत होगी। इस रेल परियोजना से न सिर्फ प्रदेश में कनेक्टिविटी को नई दिशा मिलेगी अपितु रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और लोगों का सफर आसान हो जाएगा। सांसद ने कहा कि 4 साल से बिना बात के लंबित पड़ी इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाले जाने के विरोध में उन्होंने हांसी और महम में धरना भी दिया था। जनदबाव में भाजपा सरकार को नवम्बर 2017 में इसका काम दोबारा शुरू करना पड़ा। असल में भाजपा सरकार को प्रदेश के विकास से कोई लेना देना नहीं है, वो बस भ्रष्टाचार और लूट-खसोट के काम में लगी हुई है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार के नकारेपन का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा है। भाजपा सरकार को लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिये।

उन्होंने बताया कि हरियाणा भाजपा सरकार के नकारेपन की पोल केंद्र की भाजपा सरकार की रिपोर्ट ने भी खोल दी थी। केंद्र सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के परियोजना निगरानी प्रभाग द्वारा रोहतक-महम-हांसी रेलवे लाइन परियोजना के काम की ऑनलाइन कंप्यूटराइज्ड निगरानी प्रणाली (ओसीएमएस) की समीक्षा रिपोर्ट से पता चला कि अनावश्यक देरी के चलते ही परियोजना की लागत में भारी उछाल आया। इसका कारण प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा तकनीकी कमियां रही।

उन्होंने कहा कि 2014 तक जो हरियाणा रोजगार देने सहित विकास के हर पैमाने पर नंबर 1 था, वो आज बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई और अहंकार में नंबर 1 पर और विकास दर में 17वें स्थान पर पहुंच गया है। आज हर घर में एक बेरोजगार है। बेरोजगार युवा नशे की तरफ, अपराध या विदेश की तरफ अपना भविष्य तलाशने को मजबूर हैं। महंगाई ने हर घर का बजट बिगाड़ दिया। भाजपा जजपा का गठबंधन प्रदेश के विकास के लिये नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और लूट की छूट के लिये हुआ था। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने प्रदेश को लूटने के अलावा कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोई नई परियोजना आना तो दूर की बात हमारे समय के मंजूरशुदा महम इंटरनेशनल एयरपोर्ट, रेल कोच फैक्ट्री जैसी हजारों करोड़ रुपये की लागत वाली बड़ी परियोजनाएं हरियाणा से बाहर दूसरे प्रदेशों में भेज दी गई।

इस दौरान पूर्व मंत्री आनंद सिंह दांगी, विधायक कुलदीप वत्स, बलराम दांगी, बालकृष्ण शर्मा, प्रेम अत्री, राम करण अत्री, संजय अत्री, पं. राज बहादुर, पं. राम निवास, जगत सिंह काला, सोम नाथ गिरोत्रा, दयानंद कौशिक, सहित स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।