3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद हरियाणा भाजपा सरकार आई अल्पमत में

पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने की प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर तुरंत विधानसभा चुनाव की मांग। 

3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद हरियाणा भाजपा सरकार आई अल्पमत में

सोमवीर सांगवान, रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर ने रोहतक में किया कांग्रेस के समर्थन का ऐलान। 
रोहतक, गिरीश सैनी। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से बिलकुल पहले हरियाणा कांग्रेस को उस वक्त संजीवनी मिली जब प्रदेश के 3 निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के समर्थन का ऐलान किया। चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान, पूंडरी से विधायक रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर ने भाजपा सरकार  से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान की मौजूदगी में तीनों निर्दलीय विधायकों ने एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ये ऐलान किया। साथ ही उन्होंने राज्यपाल को समर्थन वापसी का पत्र भी भेजा।

तीनों निर्दलीय विधायकों ने एक सुर में कहा कि जनता भाजपा को आजमा चुकी है। अब भाजपा को मौका देने का कोई औचित्य नहीं बनता, क्योंकि इस सरकार में हर वर्ग बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ते अपराध, फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी से दुखी है। किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, सरपंच, नंबरदार समेत हर वर्ग आज आंदोलनरत है। सरकार में रहते हुए उन्होंने अलग-अलग मौकों पर बीजेपी को चेताने का काम किया, लेकिन बीजेपी ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी। अब जनता की उम्मीद सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस से है। तीनों विधायकों ने हरियाणा समेत पूरे देश में कांग्रेस के इंडिया गठबंधन की लहर होने का दावा करते हुए कहा कि गठबंधन की विजय के लिए वो तीनों अपनी भागीदारी निभाएंगे और बीजेपी की हार सुनिश्चित करेंगे।  

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीनों निर्दलीय विधायकों का समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए विधायकों ने यह फैसला लिया है। सही समय पर लिया गया उनका सही फैसला जरूर रंग लाएगा। लोकसभा और आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत तय है। हुड्डा ने कहा कि जेजेपी और निर्दलीयों के समर्थन वापसी के बाद अब बीजेपी सरकार बहुमत खो चुकी है। इसलिए हरियाणा में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करके विधानसभा चुनाव करवाए जाने चाहिए, क्योंकि आज जनता ही नहीं बीजेपी को वोट देने वाले और समर्थन देने वाले लोग भी सरकार की नीतियों से दुखी हैं। खुद बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता भी इस सरकार से त्रस्त हो चुके हैं। यहीं वजह है कि तमाम लोग बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने भी तीनों निर्दलीय विधायकों के समर्थन का स्वागत करते हुए कहा कि अक्सर लोग विपक्ष को छोड़कर सत्तापक्ष की तरफ जाते हैं, लेकिन इन विधायकों ने सत्तापक्ष को छोड़कर विपक्ष का समर्थन करने का ऐलान किया है। स्पष्ट है कि ये विधायक संघर्ष में साथ देने के मकसद से आगे आए हैं। उनके इस फैसले से निश्चित ही कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।