कामयाबी के लिए कठिन परिश्रम एवं अनुशासन जरूरीः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार

ओरिएंटेशन कार्यक्रम में विद्यार्थियों को दिए टिप्स।

कामयाबी के लिए कठिन परिश्रम एवं अनुशासन जरूरीः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार

गुरुग्राम, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विवि में सोमवार को मैनेजमेंट विभाग द्वारा नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एमबीए, एमबीए इंटीग्रेटेड और एमबीए हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलपति डॉ. सतप्रकाश बंसल ने बतौर मुख्य वक्ता कार्यक्रम में शिरकत की। गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में मौजूक रह कर विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम की शुरुआत में नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों का स्वागत किया गया।

इस दौरान -भावी नेताओं को तैयार करना विषय पर विशेषज्ञ वार्ता का भी आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को जीयू की विभिन्न गतिविधियों एवं मैनेजमेंट की शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने नेतृत्व प्रशिक्षण, संचार कौशल, टीम निर्माण और अन्य जीवन कौशल प्रबंधन से जुड़ी बातों पर चर्चा करते हुए कामयाबी के लिए कठिन परिश्रम एवं अनुशासन को जरूरी बताया।

मुख्य वक्ता केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलपति डॉ. सतप्रकाश बंसल ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और भावी नेताओं को तैयार करने  में पंचकोश की भूमिका को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि हमें जीवन वेदांत के पंचकोश सिद्धांत के अनुसार जीना चाहिए। वेदांत के पंचकोश -अन्नमय कोश, प्राणमय कोश, मनोमय कोश, विज्ञानमय कोश और आनंदमय कोश के बारे में विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वेदांत के ये पंचकोश सिद्धांत हमें सही जीवन जीना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि नेतृत्व एक आवश्यक कौशल है जिसे प्रत्येक विद्यार्थी को एक प्रभावशाली प्रबंधक या भविष्य का प्रभावी नेता बनने के लिए सीखना चाहिए। इस मौके पर डीयू के प्राध्यापक, अधिकारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।