गुजवि ने सौर पैनल का पेटेंट प्राप्त किया
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने फोटोवोल्टिक (पीवी) सौर ऊर्जा क्षेत्र में अपना पहला पेटेंट प्राप्त कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 'लक्ष्य स्थान के लिए सौर पैनलों की उपयुक्तता निर्धारित करने की विधि' शीर्षक का ये पेटेंट इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विजय पाल सिंह के नेतृत्व में किए गए व्यापक शोध का परिणाम है। डॉ. विजय पाल सिंह ने कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई को पेटेंट प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शोध दल के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये पेटेंट हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में अभूतपूर्व शोध को बढ़ावा देने के लिए विवि की प्रतिबद्धता दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा प्रदान किया गया ये पेटेंट अत्याधुनिक अनुसंधान और तकनीकी उन्नति में अग्रणी के रूप में गुजवि की स्थिति को मजबूत करता है।
ये शोध चुनौतीपूर्ण पर्यावरणीय परिस्थितियों में सौर पैनल के प्रदर्शन को उत्कृष्ट करने पर केंद्रित है। पेटेंट की गई विधि विशिष्ट पर्यावरणीय परिस्थितियों के लिए विभिन्न पीवी सौर पैनलों की उपयुक्तता का मूल्यांकन करने के लिए फजी लॉजिक-आधारित मॉडल का उपयोग करती है। इस पेटेंट का महत्व विशिष्ट भौगोलिक स्थानों के लिए सबसे उपयुक्त सौर पैनलों के चयन की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने की इसकी क्षमता में निहित है।
Girish Saini 

