भ्रष्टाचार में डूबी सरकार ने प्रदेश को बेरोजगारी, अपराध, नशे व महंगाई के दलदल में धकेलाः पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा

भ्रष्टाचार में डूबी सरकार ने प्रदेश को बेरोजगारी, अपराध, नशे व महंगाई के दलदल में धकेलाः पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा

रोहतक, गिरीश सैनी। सिर से लेकर पैर तक भ्रष्टाचार में डूबी बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को बेरोजगारी, अपराध, नशे और महंगाई के दलदल में धकेल दिया है। इसलिए आज किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, ग्रामीण और शहरी समेत हर वर्ग आंदोलनरत है। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। रोहतक में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने आरबीआई और एनएसओ द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा आर्थिक संकट से गुजर रहा है। क्योंकि प्रदेश में निवेश और रोजगार निम्नतम स्तर पर पहुंच चुके हैं। सारी सीमाओं को लांघते हुए कर्ज साढे 4 लाख करोड़ तक पहुंच चुका है, फिर भी विकास कार्य पूरी तरह ठप्प है।

हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी द्वारा एक के बाद एक घोटालों को अंजाम देकर हरियाणा की जनता को लूटा जा रहा है। मौजूदा सरकार में शराब, धान खरीद, रजिस्ट्री, मेडिकल सामान खरीद, अमृत योजना, भर्ती, पेपर लीक और खनन समेत हजारों करोड़ के अनगिनत घोटाले हो चुके हैं। घोटालों को लेकर खुद सरकार द्वारा बनाई गई जांच कमेटियों की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती और दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हरियाणा अपराध में इस कदर बेकाबू है कि पानीपत में कई घंटे तक महिलाओं के साथ दरिंदगी होती रही। गैंगरेप और हत्या जैसी वारदात के बावजूद अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। बेरोजगारी से हताश और परेशान युवा नशे और अपराध की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। युवा शक्ति को दिशा देने की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने याद दिलाया कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान -पदक लाओ, पद पाओ जैसी खेल नीति लागू की गई थी। साथ ही गांव-गांव में स्टेडियम बनाए गए थे ताकि युवाओं के जोश को देश व प्रदेश का सम्मान बढ़ाने के लिए खेलों में इस्तेमाल किया जाए। कांग्रेस कार्यकाल में रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया गया था। इसलिए 2014 से पहले हरियाणा युवाओं को रोजगार देने, प्रति व्यक्ति निवेश, प्रति व्यक्ति आय और कानून व्यवस्था के मामले में पूरे देश का अव्वल राज्य था। लेकिन आज हरियाणा महंगाई, बेरोजगारी, अपराध, नशे और भ्रष्टाचार में पहले पायदान पर पहुंच चुका है।

किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की मंडियां धान से अटी पड़ी हैं लेकिन, सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई। इसकी वजह से किसानों को मजबूरी में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल कम रेट में अपनी फसल बेचनी पड़ रही है। इसी तरह बाजार के किसानों को भी प्रति क्विंटल 500 से 600 रुपये का घाटा हो रहा है। खरीद की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। इसी तरह अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी और आशा वर्कर धरनारत हैं। लेकिन सरकार किसी की मांगों का संज्ञान भी नहीं ले रही। हुड्डा ने रोहतक में चल रहे धरने पर जाकर आशा वर्कर्स का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों का संज्ञान लेना चाहिए। अगर मौजूदा सरकार ऐसा नहीं करती तो प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर आशा वर्कर्स की तमाम जायज मांगों को पूरा किया जाएगा।

खेल मंत्री संदीप सिंह पर आरोप लगाने वाली महिला को चार्जशीट करने पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार को महिला पर नहीं बल्कि अपने मंत्री पर कार्रवाई करनी चाहिए। पीड़ित महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही है, उसका साथ देने की बजाय सरकार उसे प्रताड़ित करने में लगी हुई है। नूंह हिंसा पर बोलते हुए एक बार फिर हुड्डा ने पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने की मांग दोहराई। उन्होंने पूछा कि सरकार न्यायिक जांच से क्यों भाग रही है। ऐसा लगता है सरकार नूंह हिंसा में खुद की भूमिका और विफलता को छिपाना चाहती है। इसलिए कांग्रेस विधायक मामन खान को निशाना बनाया जा रहा है।