हजारों एकड़ जलमग्न भूमि की गिरदावरी करवाकर 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकारः हुड्डा
पूर्व सीएम ने पूर्व राज्यपाल स्व. सतपाल मलिक को दी श्रद्धांजलि।

रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण भिवानी, रोहतक, हिसार, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला सहित हरियाणा के कई जिलों में हजारों एकड़ भूमि जलमग्न हो चुकी है। इसके चलते किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस बार की फसल तो बर्बाद हो ही गई है, आगामी सीजन की भी उम्मीद नजर नहीं आ रही। इसलिए किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को जल्द गिरदावरी करवाकर प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा देना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि आज सिर्फ गांव व खेत ही नहीं, बल्कि शहर भी जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं, क्योंकि हमेशा की तरह बारिश से पहले सरकार ने किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की। न शहरों में सीवरेज की सफाई करवाई गई और ना ही गांवों में ड्रेनों की सफाई की गई। इसके अलावा साफ-सफाई और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था भी पूरी तरह तबाह हो चुकी है। जहां-तहां कचरे के ढेर नजर आते हैं, जिससे आम जनता बुरी तरह त्रस्त है। सभी जगह गंदगी के चलते बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम ने बताया कि विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में कांग्रेस पार्टी कृषि, कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और बढ़े हुए कलेक्टर रेट जैसे तमाम मुद्दों को उठाएगी। बीजेपी सरकार ने एक बार फिर जमीनों के रेट आसमान पर पहुंचने वाला फैसला लिया है। सरकार द्वारा सीधे 10 से लेकर 145 प्रतिशत यानी ढाई गुणा तक बढ़ोतरी कलेक्टर रेट में की है। पिछले साल दिसंबर 2024 में ही सरकार ने इसमें भारी बढ़ोतरी की थी।
एचकेआरएन कर्मियों के साथ हुए धोखे पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने जमकर झूठ फैलाया था। तब सरकार ने दावा किया था कि एचकेआरएन के तहत आने वाले सभी सवा लाख कर्मचारियों को पक्का कर दिया है और अब उन्हें रिटायरमेंट तक कोई नौकरी से नहीं निकाल पाएगा। लेकिन जब से तीसरी बार भाजपा सत्ता में आई है, लगातार कौशल निगम कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। अब इसे लेकर एक और नोटिस जारी किया गया है कि जो लोग एचकेआरएन में 5 साल से कम अवधि से कार्य कर रहे हैं, उनका नौकरी से निकलना तय है। इसलिए तमाम कौशल निगम कर्मी आज बीजेपी के वादों पर भरोसा करके और उन झूठे वादों के बहकावे में जाकर बीजेपी को वोट करके पछता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। इस घोटाले के जरिये ही बीजेपी ने प्रदेश में जनमत की लूट को अंजाम दिया है, क्योंकि पहले बीजेपी ने परिवार पहचान पत्र लागू कर लाखों लोगों के बीपीएल कार्ड काट दिए। फिर चुनाव नजदीक आते ही आनन-फानन में लाखों बीपीएल कार्ड बनाए गए, यहां तक कि उन लोगों के भी बीपीएल कार्ड बना दिए गए, जो इसके लिए अपात्र थे। लेकिन तीसरी बार सरकार बनते ही भाजपा ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और अब रोज हजारों परिवारों के बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं।
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार अपनी एक भी योजना को सिर ने नहीं चढ़ा पाई। आयुष्मान योजना के जरिए भी ये सरकार जनता की जान व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि यह सरकार आयुष्मान योजना को शुरू करके भूल गई है, क्योंकि सरकार की तरफ निजी अस्पतालों के 650 करोड़ रुपये बकाया है। लंबे समय से सरकार ने इसका भुगतान नहीं किया, जिसके चलते आईएमए ने 7 अगस्त के बाद आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने से इनकार कर दिया है।
प्रदेश से उद्योगों के पलायन पर चिंता जाहिर करते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी की उद्योग विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश से लगातार उद्योग पलायन कर रहे हैं। पिछले दिनों खबर आई थी कि यमुनानगर का प्लाईवुड व बर्तन उद्योग और पानीपत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर हैं। अब ताजा रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले 3 साल में हरियाणा की 90 से ज्यादा चावल मिलें भी मध्य प्रदेश में शिफ्ट हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों के पलायन के पीछे बड़ी वजह, प्रदेश में बढ़ता अपराध है। आज प्रदेश में कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। कांग्रेस सरकार के समय जो हरियाणा विकास के मामले में नंबर वन था, वो आज अपराध के मामले में नंबर वन हो चुका है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने अपनी नीतियों के जरिए युवाओं को रोजगार व शिक्षा से वंचित करके अपराध के रास्ते पर धकेल दिया है। सरकारी स्कूलों के बाद बीजेपी सरकार अब यूनिवर्सिटीज को भी बंद करना चाहती है। इसलिए सभी विवि में भारी फीस बढ़ोत्तरी के बाद अब कोर्स बंद करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। अकेले सीआरएसयू, जींद के 20 से ज्यादा कोर्स बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले सरकार ने जीजेयू, हिसार में भारी फीस बढ़ोतरी की थी।
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सतपाल मलिक को वो छात्र राजनीति के समय से जानते हैं। स्व. मलिक को एक बेबाक नेता बताते हुए हुड्डा ने कहा कि उनके निधन से भारत की राजनीति को जो क्षति हुई है, उसकी पूर्ति संभव नहीं है। उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिवार जनों को संबल देने की प्रार्थना की।