छात्राएं जीवन की चुनौतियों का संयम, धैर्य और विश्वास के साथ करें सामनाः शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा

राजकीय महिला पीजी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में 1232 छात्राओं को दी डिग्रियां।

छात्राएं जीवन की चुनौतियों का संयम, धैर्य और विश्वास के साथ करें सामनाः शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत जीवन की चुनौतियों का संयम, धैर्य और विश्वास के साथ सामना करें तथा अंतरआत्मा की आवाज सुनकर आगे बढ़ें। विद्यार्थी भारत के मजबूत विचार विश्व कल्याण व विश्व में शांति का संकल्प लेकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र तथा दोबारा विश्व गुरु बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा शुक्रवार को स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित छात्राओं व शिक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने विभिन्न विषयों में डिग्री प्राप्त करने वाली सभी 1232 छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। प्राचार्या डॉ. दर्शना ने सभी छात्राओं को डिग्रियों से अलंकृत किया। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का महाविद्यालय परिसर पहुंचने पर एनसीसी की छात्राओं ने गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मान किया। उन्होंने पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, प्राचार्या डॉ. दर्शना व कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मीनू नैन सहित अन्य के साथ दीप प्रज्वलित कर दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की विधिवत घोषणा की। उन्होंने डिग्रियों से अलंकृत करने के उपरांत दीक्षांत समारोह के समापन की विधिवत घोषणा की।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी स्वयं को देश के आज के नागरिक मानते हुए समाज व देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का संकल्प लें। देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। देश की बेटी कल्पना चावला व सुनीता विलियम्स इत्यादि ने विश्व में देश का लोहा मनवाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में देश निरंतर उन्नति के शिखर की ओर अग्रसर है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी हमारे वेदों में छिपे विश्व कल्याण व विश्व में शांति स्थापित करने की हमारे विचार को और सुदृढ करें। विद्यार्थी शोध, कला, विज्ञान इत्यादि विषयों में निपुणता हासिल कर अपने जीवन में उच्च लक्ष्यों को हासिल करें। उन्होंने महाविद्यालय की प्राचार्या द्वारा सौंपे गए मांगपत्र के संदर्भ में आश्वस्त किया कि वे सभी मांगों की फिजिबिलिटी की जांच करवाएंगे और सभी संभव कार्यों को पूरा करवाया जाएगा।

प्राचार्या डॉ. दर्शना ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मीनू नैन ने आभार व्यक्त किया। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।