सुशील चावला, ईशा खन्ना और राजेश राजपाल की पेशकश 

गजल महकी और चुपके चुपके  

सुशील चावला, ईशा खन्ना और राजेश राजपाल की पेशकश 

-कमलेश भारतीय 
पाठक मंच की ओर से गीत गजल का कार्यक्रम करवाया गया जिसमें गजल महकी और वह भी चुपके चुपके ! प्रसिद्ध गजल गायक व हिसार के ही मूल निवासी सुशील चावला , राजेश राजपाल व ईशा खन्ना ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों देकर समां बांध दिया जबकि ये रिश्ता क्या कहलाता है , दिल दियां गल्लां , सास बिना ससुराल जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों की लेखिका मुनीष राजपाल ने अपनी लेखन कला व रंगमंच के सफर की शानदार जानकारी दी । सुशील चावला और मुनीष व राजेश राजपाल संयोगवश शहर में थे और उन्हें पाठक मंच ने आमंत्रित कर लिया । कार्यक्रम की मुख्यातिथि प्रसिद्ध समाज सेविका पंकज संधीर थीं और उन्होंने कहा कि इस छोटे से कार्यक्रम ने मुझे बहुत ताजगी प्रदान की है और उन्हें यह भी खुशी है कि हिसार के कलाकार मुम्बई में अपनी पहचान ही नहीं बना रहे बल्कि मजबूती से कदम जमा रहे हैं । यह भी खुशी की बात है कि सीनियर माॅडल स्कूल के दो छात्र सुशील चावला और राजेश राजपाल ने कला क्षेत्र में कितना सफर तय कर लिया है । इनके प्रोजेक्ट में भी सहयोग देने का विश्वास दिलाया ।
सूशोल चावला ने चुपके चुपके रात दिन ,मांयें नी मेरिये, चम्बा कितनी कू दूर , मैंनू तेरा शबाब लै बैठा, चमकते चांद को टूटा हुआ तारा बना डाला आदि विभिन्न रंग के गीत व गजल आदि सुनाये और वाह-वाह लूटी । इसी प्रकार डाॅ ईशा खन्ना ने उमराव जान की लोकप्रिय गजल -इन आखों की मस्ती के मस्ताने हजारों हैं और आज जाने की जिद्द न करो जैसे बहुत कर्णप्रिय गीत/गजल प्रस्तुत किये । इसी प्रकार राजेश राजपाल ने आने वाला पल जाने वाला है गाकर सबको आनंदित कर दिया । राजेश राजपाल मुम्बई में फिल्म महोत्सव सीरियल निर्देशक हैं । इस अवसर पर अमरनाथ प्रसाद , पूनम चावला , राकेश मलिक , रश्मि , नीलम सुंडा , गीतकार सतीश कौशिक नीलम भारती आदि मौजूद थे ।