पिछले दो कार्यकालों की तरह, बीजेपी के तीसरे कार्यकाल को भी किसान और गरीब विरोधी बताया पूर्व सीएम हुड्डा ने

कहा, झूठे वादे करके बनाई बीजेपी सरकार की अब धीरे-धीरे खुल रही पोल।

पिछले दो कार्यकालों की तरह, बीजेपी के तीसरे कार्यकाल को भी किसान और गरीब विरोधी बताया पूर्व सीएम हुड्डा ने

रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। इस सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला साल भी पिछले दो कार्यकालों की तरह गरीब और किसान विरोधी रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस हद तक गरीब विरोधी हो चुकी है कि वह खुद की चलाई हुई योजनाओं को भी बंद कर रही है। आयुष्मान योजना के तहत सरकार ने कहा है कि अब ऑपरेशन प्राइवेट अस्पतालों में नहीं होंगे, यह काम सिर्फ सरकारी अस्पताल करेंगे। जबकि सच्चाई यह है कि सरकारी अस्पतालों में तो कांग्रेस कार्यकाल से ही सब कुछ मुफ्त है। लेकिन अब बीजेपी ने इन अस्पतालों की ऐसी हालत बना दी है कि उनमें डॉक्टर ही नहीं हैं और ना ही बाकी स्टाफ है।

शुक्रवार को रोहतक में पत्रकारों से बात करते हुए हुड्डा ने कहा कि किसानों के साथ हर बार फसल खरीद में लूट और घोटाला होता है। इस बार भी धान की खरीद में करनाल में बड़ा घोटाला उजागर हुआ, लेकिन बड़े मगरमच्छों पर कार्रवाई करने के बजाय सरकार ने मामले में एक छोटे कर्मचारी पर कार्रवाई करके बड़े घोटाले को दबा दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री रघुबीर कादयान, विधायक भारत भूषण बतरा, विधायक गीता भुक्कल, पूर्व सांसद शादीलाल बतरा, पूर्व मंत्री आनंद सिंह दांगी व सुभाष बतरा सहित अन्य मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हरियाणा में सैकड़ों-हजारों करोड़ रूपये के खनन, शराब और अन्य घोटाले हो चुके हैं, जिनकी जांच के लिए एसआईटी तो बनाई गई, लेकिन कभी उनकी जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई। किसानों को एमएसपी से 500 से 800 रुपये कम रेट दिया जा रहा है। फसल न खरीदने के रोज नए बहाने ढूंढे जाते हैं और किसानों की फसल को औने-पौने दामों पर खरीदा जाता है। धान, बाजरा, कपास, मूंग समेत हर फसल को एमएसपी से कम कीमत पर खरीदकर किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एमएसपी ही नहीं, बल्कि किसानों को खाद से भी वंचित किया जा रहा है। हिसार में तो खाद लेने आए किसानों को बुरी तरह अपमानित किया गया, उन पर अपराधियों की तरह मोहर लगाई गई।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि नशे ने हरियाणा को बुरी तरह अपनी जद में ले लिया है। बीजेपी सरकार के संरक्षण में नशे का कारोबार लगातार पैर पसारता जा रहा है। कानून-व्यवस्था की हालत इतनी खराब है कि खुद एएसआई से लेकर एडीजीपी स्तर तक के अधिकारियों को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है और उन्हें खुदकुशी जैसे कदम उठाने पड़ रहे हैं। कांग्रेस की मांग है कि इन दोनों खुदकुशियों के मामलों की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज या हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई द्वारा करवाई जानी चाहिए, लेकिन सरकार यह मांग मानने को तैयार नहीं है।

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा अपराध और बेरोजगारी में नंबर वन बना हुआ है। सड़कों की हालत जर्जर है, जो हादसों को निमंत्रण दे रही हैं। कांग्रेस सरकार में जो स्टेडियम और खेल परिसर बनाए गए थे, उन्हें भी सरकार ने लावारिस छोड़ दिया है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भिवानी में किसान मुआवजे की मांग के लिए कई महीनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन बीजेपी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कंपनियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। बीमा कंपनियों को सैकड़ों करोड़ रुपये प्रीमियम के तौर पर दिए जा रहे हैं, जबकि मुआवजे के नाम पर किसानों को सिर्फ लंबा इंतजार मिलता है। इस बार लंबी बारिश की वजह से किसानों की लाखों एकड़ फसल बर्बाद हुई। हजारों एकड़ में आज भी पानी खड़ा हुआ है, किसान अगली फसल लेने की स्थिति में भी नहीं हैं। बावजूद इसके सरकार न उन्हें मुआवजा दे रही है और न ही जल निकासी की कोई व्यवस्था कर रही है।

पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश पर कर्ज बढ़ाने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। 2014 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान जो कर्ज मात्र 60-70 हजार करोड़ रुपये था, वह अब बढ़कर 5 लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय वोट लेने के लिए बीजेपी ने जमकर झूठे वादे किए। लाखों लोगों के बीपीएल कार्ड बनाए गए, कौशल रोजगार निगम कर्मियों को पक्का करने का वादा किया गया और दो लाख नौकरियां देने की घोषणा की गई। जबकि इनमें से बीजेपी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। उल्टा कौशल कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है, गरीबों के राशन कार्ड काटे जा रहे हैं और नई भर्तियां करना तो दूर, अब तक सीईटी का रिजल्ट तक जारी नहीं किया गया।