यूएई में पहली बार किसी हिंदी पुस्तक का प्रकाशन हुआ सम्भव 

यूएई में पहली बार किसी हिंदी पुस्तक का प्रकाशन हुआ सम्भव 

संयुक्त अरब अमीरात यानी यू.ए.ई. में पहली बार किसी हिंदी पुस्तक का प्रकाशन सम्भव हुआ है। इसके अनूठे प्रयोग के लिए सामने आई डीकॉम डिज़ाइन कंपनी तथा उसके निदेशक श्री विकास भार्गव। पिछले 12 वर्षों से अब तक अंग्रेज़ी में 17 कॉफ़ी टेबल पुस्तकें प्रकाशित करने के बाद श्री विकास जी के मन में अपनी भाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार का विचार आया। यू.ए.ई. में अब तक हिंदी की कोई भी पुस्तक प्रकाशित नहीं हुई थी। हिंदी पुस्तक की बिक्री की भी कोई विशेष सुविधा न होते हुए भी उन्होंने यह बीड़ा उठाया। उनके दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है कि शुक्रवार, 19 नवंबर की शाम ‘इंडिया क्लब’ दुबई के उत्सव हॉल में हुआ डीकॉम डिज़ाइन कंपनी द्वारा यूएई की पहली हिन्दी पुस्तक ‘सोच’ का विमोचन हुआ। इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री ई.वी. जॉनसन के करकमलों से यूएई के लगभग 28 प्रवासी भारतीय साहित्यकारों की रचनाओं के संकलन ‘सोच’ का भव्य लोकार्पण किया गया। श्री विकास जी का कहना है कि उनका यह अभिनव प्रयास हिन्दी के अग्रणी सेवी श्री अनूप भार्गव जी से अभिप्रेरित है। अपने इस महती कार्य को उन्होंने अपने विवाह की वर्षगाँठ के अवसर पर यू.ए.ई. की जनता को समर्पित किया। पुस्तक की संपादक डॉ॰ आरती ‘लोकेश’ का कहना है कि पुस्तक में कविताएँ, कहानियाँ, लघुकथा, व्यंग्य, संस्मरण तथा आलेख सहित 73 रचनाओं का समावेश है। यह पुस्तक प्रवासी साहित्य के शोधार्थियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ है।

-मनोजप्रीत/लुधियाना