लोक भाषाएं एवं बोलियां भी हिन्दी भाषा को विविधता तथा विशिष्टता प्रदान करती हैः डॉ. पूर्ण चंद शर्मा

लोक भाषाएं एवं बोलियां भी हिन्दी भाषा को विविधता तथा विशिष्टता प्रदान करती हैः डॉ. पूर्ण चंद शर्मा

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में हिन्दी विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर तथा विद्वान डॉ. पूर्ण चंद शर्मा ने लोक संस्कृति एवं लोक भाषा विषय पर व्याख्यान दिया। लोक भाषा के महत्त्व तथा लोक भाषा से जुड़ी लोक संस्कृति के अंर्तसंबंधों को प्रो. पूर्ण चंद ने विस्तार से समझाते हुए कहा कि लोक भाषाएं एवं बोलियां भी हिन्दी भाषा को विविधता तथा विशिष्टता प्रदान करती हैं।

हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णा जून ने प्रो. शर्मा का स्वागत किया। उन्होंने लोक संस्कृति और लोक भाषा के महत्त्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम में हिन्दी निबंध लेखन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में नैंसी ने प्रथम, मोहित ने दूसरा, कोमल ने तीसरा तथा रक्षा व पूजा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इस मौके पर हिन्दी विभाग की प्राध्यापिक प्रो. पुष्पा तथा डॉ. कृष्णा देवी, शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।