मीडिया क्षेत्र की चुनौतियों में अवसर तलाशेः  प्रो. वंदना पांडे

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में शैक्षणिक संवाद।

मीडिया क्षेत्र की चुनौतियों में अवसर तलाशेः  प्रो. वंदना पांडे

रोहतक, गिरीश सैनी। मीडिया क्षेत्र की चुनौतियों में अवसर तलाशें और खुद को नवीनतम ज्ञान तथा कौशल की कसौटी पर तराशें। ये मंत्र वरिष्ठ मीडिया शिक्षाविद, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की अध्यक्ष तथा डीन प्रो. वंदना पांडे ने बुधवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में शैक्षणिक संवाद में विद्यार्थियों को दिया।

प्रो. वंदना पांडे ने कहा कि आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस तथा चैट जीपीटी जैसी नई टेक्नोलॉजी ने मीडिया क्षेत्र में नूतन क्रांति ला दी है। विद्यार्थियों-शोधार्थियों को टेक्नोलॉजी से जुड़ने का आह्वान प्रो. पांडे ने किया। प्रो. वंदना ने विज्ञापन, कॉर्पोरेट संचार तथा जनसंचार क्षेत्र में कॅरियर अवसरों की तरफ विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित किया। भाषायी कौशल विकसित करने तथा सामाजिक सरोकारों से जुड़ने की बात प्रो. वंदना पांडे ने कही। वहीं, शोधार्थियों से शोध के सैद्धांतिक पक्ष पर विशेष ध्यान देने का परामर्श भी उन्होंने दिया।

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रोफेसर डॉ. शशिकांत शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में पर्यावरण पत्रकारिता, कृषि पत्रकारिता क्षेत्र में अच्छी संभावनाएं हैं। उन्होंने भविष्य में पटकथा लेखन, विशेष रूप से ओटीटी, वेब सीरीज, आदि में संभावनाओं का भी उल्लेख किया। प्रो. शशिकांत ने कहा कि भविष्य में मीडिया एंटरप्रेन्योरशिप की भी बेहतरीन संभावनाएं हैं।

विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि भविष्य में गौतम बुद्ध विवि तथा हिमाचल प्रदेश विवि से शैक्षणिक करार किया जाएगा, ताकि संयुक्त कार्यक्रम, कार्यशाला, संगोष्ठी का आयोजन किया जा सके। मीडिया अध्ययन विद्यार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण भी करार के तहत करवाया जाएगा। उन्होंने प्रो. पांडे तथा प्रो. शशिकांत का स्वागत किया।

सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी ने कार्यक्रम संचालन किया तथा आमंत्रित शिक्षाविदों का परिचय दिया। सहायक प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार ने आभार जताया। प्रो. वंदना पांडे तथा  प्रो. शशिकांत शर्मा ने शोधार्थियों से उनके शोध कार्य बारे चर्चा की। विभाग के टीवी-रेडियो स्टूडियो की विजिट भी उन्होंने की। विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी कार्यक्रम में मौजूद रहे।