फाइनेंशियल एंड लीगल लिटरेसी तथा जेंडर सेंसटाइजेशन पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

फाइनेंशियल एंड लीगल लिटरेसी तथा जेंडर सेंसटाइजेशन पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा - फाइनेंशियल लिटरेसी, लीगल लिटरेसी एंड जेंडर सेंसटाइजेशन विषय पर आयोजित विस्तार व्याख्यान कार्यक्रम में यूटीडी एवं अन्य संबंधित महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्वयंसेवकों और कार्यक्रम अधिकारियों ने भाग लिया।

एमडीयू के सांख्यिकी विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेश चंद्र मलिक ने बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एमडीयू के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक प्रो. तिलक राज ने स्वागत संबोधन किया और एनएसएस द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। मुख्य अतिथि प्रो सुरेश चंद्र मलिक ने अपने भाषण में स्वयंसेवकों को सामाजिक सरोकारों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस समाज सेवा का सशक्त माध्यम है।

सर छोटू राम लॉ कॉलेज, रोहतक के डॉ.जोगिंद्र मोर ने स्वयंसेवकों को कानूनी साक्षरता की मुख्य बारीकियों के बारे में बताया। वाणिज्य विभाग के सेवानिवृत्त प्रो. संजीव कुमार ने आधारभूत एवं महत्वपूर्ण वित्तीय बिंदुओं पर प्रकाश डाला। अर्थशास्त्र विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. संतोष नांदल ने स्वयंसेवकों को लैंगिक संवेदीकरण के महत्वपूर्ण विषयों के बारे में जानकारी दी। अंत मे डॉ. आरती चहल ने धन्यवाद व्यक्त  किया। इस कार्यक्रम में डॉ. जितेंद्र दुल, डॉ. अनु, डॉ. दीपक लठवाल, डॉ. शैली दलाल, डॉ. रेखा ढींगरा, डॉ. ऋषि राज, डॉ. अंजू पवार, मोहित और संदीप मौजूद रहे।