हरियाणा में विरासत संरक्षण विषय पर एक्सपर्ट टॉक कार्यक्रम आयोजित

हरियाणा में विरासत संरक्षण विषय पर एक्सपर्ट टॉक कार्यक्रम आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। विश्व धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा राज्य की मूर्त तथा अमूर्त विरासत के बारे में जागरूकता और संवेदनशीलता पैदा करने के उद्देश्य से महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के इतिहास एवं पुरातत्व विभाग में वीरवार को - हरियाणा में विरासत संरक्षण विषय पर एक्सपर्ट टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, हरियाणा के सहयोग से आयोजित इस एक्सपर्ट टॉक कार्यक्रम में हेरिटेज कंसल्टेंट विनित भनवाला ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। विनित भनवाला ने अपने प्रभावी संबोधन में हरियाणा की बावडिय़ों या बावली पर बात की और इन संरचनाओं के सामने आने वाली समस्याओं और मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 19वीं सदी की रिपोर्टों से पता चलता है कि प्रदेश में कई बावली मौजूद हैं, लेकिन गत कुछ वर्षों से उनमें से कई खो गई हैं या उन पर अतिक्रमण कर लिया गया है।

विनित भनवाला ने इन संरचनाओं को पर्यटक स्थलों के रूप में बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा की जा रही संरक्षण गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी। इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के अध्यक्ष प्रो. जे.एस. धनखड़ ने विश्व धरोहर और उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। सहायक प्रोफेसर डा. विकास कुमार ने धरोहरों के संरक्षण में समाज के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता और ऐतिहासिक संरक्षण तथा पर्यटन के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए कैरियर की संभावनाओं बारे जानकारी दी। शोधार्थी आयुष जयवाल ने धरोहरों को हमारे इतिहास और संस्कृति का जीवंत प्रतीक बताया। इस दौरान प्राध्यापक- डा. मोनिका, डा. मीनाक्षी, डा. बीरबल कौशिक, डा. स्नेहलता सहित विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।