दावे पे दावे,कर रहे सारे
-*कमलेश भारतीय
-संजय । आ गये ?
-जी महाराज धृतराष्ट्र, आ गया आपकी सेवा में । कल कहकर गया था कि समय पर आ जाऊंगा ।
-हां, संजय, तुम समय के प्रति काफी सजग हो, यह देखकर प्रसन्नता हुई । अब बताओ, नया क्या चल रहा है?
-महाराज । अब सभी शिविर दावे पे दावे जता रहे हैं, जैसे तारीख पे तारीख, ऐसे दावे पे दावा ।
-अच्छा ? ऐसा क्या दावा किया जा रहा है?
-अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा ।
-कैसे भला ?
-कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दावा जता रहे हैं कि सरकार तो भाजपा की ही आ रही है और ऐसे में कांग्रेस दोष ईवीएम के सिर मढ़ देगी ।
-अच्छा तो इतना आत्मविश्वास?
-महाराज धृतराष्ट्र, क्या कहूँ ?
-क्यों?
-पता नहीं यह आत्मविश्वास है या अतिविश्वास ।
-वह कैसे संजय?
-महाराज । मैं आपको प्रतिदिन युद्ध का आंखों देखा हाल सुनाता आया हूँ और कहीं दूर दूर तक भाजपा के सत्ता में आने की संभावना नहीं है, महाराज ।
-इसका जवाब किसी ने दिया ?
-दिया न। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ।
-क्या कहा ?
-बोले कि तेल देख, तेल की धार देख, भाई । कांग्रेस भारी बहुमत से जीतेगी । यह भी कहा कि एग्जिट पोल बेशक मतदान के बाद आये लेकिन प्रजा अपना फैसला पहले ही सुना चुकी है ।
-किसी और ने भी कोई बात कही संजय?
-दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि यदि भाजपा प्रजा को नि:शुल्क बिजली दे तो मैं भाजपा के पक्ष में प्रचार करने को तैयार हूं।
-अब तक किसके पक्ष में प्रचार कर रहे हैं संजय, ये केजरीवाल?
-महाराज, आपकी आशंका बहुत सही है। हरियाणा में उनकी भूमिका वोट काटने की ही प्रतीत हुई, जिससे अनचाहे भी भाजपा की मदद हो गयी । सभी नब्बे विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी उतार दिये, जिनका कोई जनाधार ही नहीं था । अभी कोई कमी है भाजपा के पक्ष में जाने की ?
-हां, संजय, तुम्हारी बात दिल को लग रही है। पहले भी तुमने बताया था कि उत्तराखण्ड में अनजाने ही भाजपा की मदद कर दी थी । हिमाचल में भी प्रयास किया ।
-जी, सही कह रहे हैं आप !
-कोई और नयी बात?
-अभय चौटाला भी दावे कर रहे हैं ।
-कैसे दावे ?
-कहते हैं कि हम भी सरकार बनायेंगे ।
-छोड़ो संजय, ज्यादा बातों में और दावो़ं में क्या रखा है? कल सबके दावों की पोल खुल जायेगी । अब कल आना !
-ठीक है महाराज, चलता हूँ ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।