डा. भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय में 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साहित्य कुंज' की स्थापना

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का साहित्य - आध्यात्मिक, नैतिक व सामाजिक मूल्यों के साथ-साथ राष्ट्र प्रेम के लिए प्रेरित करता है। आरएसएस का साहित्य राष्ट्र के लिए ज्योति स्तम्भ का कार्य करता है। कुलपति बुधवार को विवि के डा. भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय में आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साहित्य कुंज' के लोकार्पण समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुलसचिव डा. विजय कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। पुस्तकालय अध्यक्ष डा. विनोद कुमार ने अध्यक्षता की।
कुलपति ने कहा कि 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साहित्य कुंज' में आरएसएस के विचारकों द्वारा लिखी गई 1500 पुस्तकों की प्रतियां रखी गई है, जिनमें संघ के सभी महान विचारकों के विचारों के साथ-साथ उनके जीवन और दर्शन का वर्णन किया गया है। साथ ही राष्ट्र के निर्माण में संघ द्वारा किए गए महान कार्यों तथा विचारों और व्यवस्थाओं से संबंधित पुस्तकें भी इस साहित्य कुंज का हिस्सा होंगी।
कुलसचिव डा. विजय कुमार ने कहा कि इन पुस्तकों के पठन-पाठन से विद्यार्थियों में नैतिक व राष्ट्र प्रेम की भावना प्रबल होगी। पुस्तकालय अध्यक्ष डा. विनोद कुमार ने बताया कि यह साहित्य आम नागरिकों के लिए भी उपलब्ध रहेगा। इस दौरान तकनीकी सलाहकार प्रो. विनोद छोकर, डा. प्रताप सिंह, डा. नरेन्द्र कुमार, डा. एस.एस. जोशी, डा. सोमदत्त, डा. मोनिका, प्रो. विमल के. झा व प्रो. अरुणेश कुमार मौजूद रहे।