जीवन में बदलाव के शिल्पकार हैं इंजीनियर्सः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
यूआईईटी में 58वां इंजीनियर्स डे उत्साह पूर्वक मनाया गया।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) में 58वां इंजीनियर्स डे उत्साह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में इंजीनियर्स डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संदेश को सुना गया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि इंजीनियर्स जीवन में बदलाव के शिल्पकार होते हैं। वे न केवल तकनीक विकसित करते हैं, बल्कि समाज के सपनों को आकार भी देते हैं। कुलपति ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे हर छोटे से छोटे कार्य में उत्कृष्टता लाएं और अपनी पढ़ाई को केवल डिग्री तक सीमित न रखें, बल्कि वास्तविक जीवन की समस्याओं के समाधान में उसका उपयोग करें।
कुलपति ने भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को भारतीय इंजीनियर्स का आदर्श बताते हुए कहा कि उनका जीवन नवाचार, अनुशासन और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आइडिया तभी सफल होता है जब वह समाज के लिए उपयोगी हो और उसे व्यवहारिक रूप में बदलकर आगे बढ़ाया जाए।
डीन, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी प्रो. सोनिया ने स्वागत भाषण दिया। यूआईईटी निदेशक प्रो. अश्वनी ढींगड़ा ने इंजीनियर्स डे की महत्ता से अवगत कराया।
इस दौरान आइडिया पिचिंग, पोस्टर मेकिंग और रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। आइडिया पिचिंग में कुलदीप का सेफ पॉथ आइडिया प्रथम, कृतिका व मानसी का आइडिया पावर ग्लोव दूसरे तथा सपीन कुमार व विष्णु सैनी का आइडिया ट्रैश टू कैश- स्मार्ट डस्टबिन तीसरे स्थान पर रहा। पोस्टर मेकिंग में संजीव प्रथम, जीवन ज्योति दूसरे और साक्षी तीसरे स्थान पर रही। रंगोली में कनिका व भावी ने प्रथम, खुशी व अंकिता ने दूसरा तथा अनमोल-नेहा और शुभकामना-अंजलि ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया।
मंच संचालन डॉ. ईशा वर्मा ने किया। कार्यक्रम समन्वयन व आभार प्रदर्शन प्रो. विनीत कुमार ने किया।