शिक्षा समाज में ज्ञान सृजन का सशक्त माध्यम हैः राजेश जैन

भविष्योन्मुखी विकासात्मक रोड मैप सृजित करने के संकल्प के साथ एमडीयू में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू।

शिक्षा समाज में ज्ञान सृजन का सशक्त माध्यम हैः राजेश जैन

रोहतक, गिरीश सैनी। विश्वविद्यालय की वैश्विक पहचान समाजोपयोगी, समस्या निवारण उन्मुख शोध, सामुदायिक तथा सामाजिक सरोकारों से जुड़ाव, नवाचार तथा उद्यमिता का इको-सिस्टम विकसित करने तथा भविष्योन्मुखी विकासात्मक रोड मैप सृजित करने का संकल्प सोमवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित किए गए- फास्टरिंग ग्लोबल कोलाबोरेशन इन हायर एजुकेशन विषयक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने व्यक्त किया। इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन सेंटर फॉर इंटरनेशनल एकेडमिक अफेयर्स के तत्वावधान में किया जा रहा है।

इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित उद्योगपति राजेश जैन ने कहा कि शिक्षा समाज में ज्ञान सृजन का सशक्त माध्यम है। आज जरूरत है कि विद्यार्थी तथा शोधार्थी डिजीटल टेक्नोलॉजी से जुड़े, इनोवेटिव माइंड सेट विकसित करें, एंटरप्रेन्योरशिप का कल्चर सृजित करें तथा टेक्नोलॉजी इनेबल्ड होकर वैश्विक पहचान बनाएं, साथ ही, नवीनतम प्रौद्योगिकी के उभरते रुझानों बारे भी विद्यार्थियों को सचेत होना होगा।

एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर शोध सहभागिता, ज्ञान साझेदारी तथा क्लैक्टिव, क्रिएटिव एप्रोच समय की जरूरत है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय वैश्विक पहचान बनाने की दृष्टि से कार्य कर रहा है। यह दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन इसी दिशा में पहल है। कुलपति का कहना था कि वैज्ञानिक शोध सहभागिता मानव कल्याण के लिए जरूरी है। वहीं, सामाजिक समस्या निवारण मानसिक सोच विश्वविद्यालयों में विकसित की जाने की जरूरत है। कुलपति ने कहा कि विदेश से आमंत्रित शिक्षाविदें, विशेषज्ञों से एमडीयू के विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा प्राध्यापकों को वैश्विक उच्चतर शिक्षा परिदृश्य की प्रभावी जानकारी प्राप्त होगी।

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में एमडीयू एलुमनस, ग्लोबल हरियाणा, यूएसए के अध्यक्ष बालिंदर सिंह ने कहा कि आज के युग में ग्लोबल कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है। ऐसे में यह सम्मेलन एमडीयू समुदाय को वैश्विक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। विद्यार्थियों से विशेष रूप से समय प्रबंधन पर ध्यान देने का परामर्श बालिंदर सिंह ने किया।

एमडीयू एलुमनस, एस्टन यूनिवर्सिटी, यूके के एसोसिएट डिप्टी वाइस चांसलर प्रो. पवन बुधवार ने कहा कि वैश्विक जियो-पॉलिटिक्स में इस समय भारत पूरे विश्व में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। ऐसे में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय को भविष्य की दीर्घकालिक योजना बनाकर रोजगार योग्य स्नातक/परा स्नातक तैयार करने, शैक्षणिक एवं शोध विशिष्ट पहचान बनाने, सोसायटी वेलफेयर आउटकम्स तैयार करने, विश्वविद्यालय परिसर को क्रिएटीविटी हब बनाने तथा डिजिटल इनोवेशन के लिए कार्य करने का प्रयास करना होगा।

यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुयसैट्स, एम्हसर्ट, यूएसए के प्रो. ओ.पी. धनखड़ ने कहा कि वैश्विक शिक्ष्ज्ञण संस्थानों के साथ फैकल्टी-स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम तथा शोध सहभागिता के लिए एमओयू की जरूरत है। इस संबंध में इंटर डिसिप्लिनरी रिसर्च के महत्व को प्रो. धनखड़ ने रेखांकित किया। यूनिवर्सिटी ऑफ वोल्वर हैंपटन, यूके की प्रोफेसर डा. किरण गुलिया ने कहा कि एमडीयू के विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच, आत्म विश्वास के साथ वैश्विक शैक्षणिक अवसरों का लाभ उठाकर कॅरियर सफलता का रास्ता प्रशस्त करना होगा।

कार्यक्रम के प्रारंभ में डीन, सेंटर फॉर इंटरनेशनल एकेडमिक एफेयरस प्रो. ऋषि चौधरी ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. ऋषि चौधरी ने कहा कि यह सम्मेलन वैश्विक शैक्षणिक सहभागिता के लिए एमडीयू का प्रयास है। एसोसिएट डीन, सीआईएए प्रो. आशीष दहिया ने सम्मेलन के थीम पर प्रकाश डाला।
एमडीयू रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने विश्वविद्यालय के इतिहास, उपलब्धियों, विकास यात्रा की जानकारी साझा की। डीन, एकेडमिक एफेयरस प्रो. ए.एस. मान ने एमडीयू की प्रमुख शैक्षणिक पहल तथा एनईपी 2020 संबंधित क्रियान्वयन कार्य की जानकारी प्रदान की। मंच संचालन निदेशक, सीआरएसआई प्रो. सोनिया मलिक ने किया। आभार प्रदर्शन सीआइएए के डिप्टी डीन डा. सर्वजीत सिंह गिल ने किया।

आज प्रात: सम्मेलन के प्रात:कालीन सत्र में यज्ञ का आयोजन हुआ। विदेश से आए डेलीगेट्स ने विवेकानंद पुस्तकालय समेत प्रमुख प्रयोगशालाओं की विजिट की।

टैगोर सभागार में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में तकनीकी सत्रों में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, यूएसए से डा. जोगेन्द्र सिंह, यूएसए  से हरिन्द्र पनेसर, यूके से प्रो. पवन बुधवार, यूएसए से प्रो. ओपी धनखड़, यूएसए से डा. सुमन ग्रेवाल, यूके से प्रो. किरण गुलिया ने यूएसए तथा यूके समेत विदेश में शिक्षा, शोध तथा कॅरियर अवसरों बारे विद्यार्थियों, शोधार्थियों और प्राध्यापकों से इंटरैक्ट किया। यूके से डा. लक्ष्मी बुधवार, यूएसए से डा. मंजीत कौर, कनाडा से डा. गजेन्द्र अहलावत, जेएमआई, दिल्ली से प्रो. कुलविन्द्र कौर, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सागर प्रीत हुड्डा, बीपीएसएमवी खानपुर की कुलपति प्रो सुदेश तथा आईजीयू मीरपुर के कुलपति प्रो जेपी यादव इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।

एमडीयू के संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सीआईएए टीम तथा सम्मेलन आयोजन टीम ने कार्यक्रम आयोजन सहयोग दिया।