डॉ. कल्पना शर्मा के शोध लेख को मिला 'वर्ल्ड वाइड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड' में स्थान

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के हिंदी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. कल्पना शर्मा के शोध लेख को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संकलन 'वर्ल्ड वाइड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड' में स्थान मिला है। इस संकलन में 'सशक्त दिव्यांग' नामक शीर्षक पर भाषा विद्वानों से शोध लेख आमंत्रित किए गए थे, जिसमें अपने शोध लेख के लिए स्थान पाने वाले देश विदेश के 72 प्रतिभागियों में डा. कल्पना भी शामिल हैं। डॉ. कल्पना को 'वर्ल्ड वाइड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड' सम्मान पत्र भी दिया गया है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस उपलब्धि के लिए डॉ. कल्पना को बधाई देते हुए कहा है कि यह उपलब्धि विवि के लिए गौरव की बात है। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. एन.के. बिश्नोई ने भी डा. कल्पना को बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि डॉ. कल्पना ने हाल ही में उज़्बेकिस्तान,' ताशकंद' में ऑनलाइन अपना शोध-पत्र भी प्रस्तुत किया है और 'अनहद लोक' यूजीसी केयर लिस्ट पत्रिका में भी उनके शोध -पत्र का प्रकाशन हुआ है।
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