बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन अवॉर्ड से नवाजा गया डॉ. हरि मोहन को
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हरि मोहन ने लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विवि (लुवास), हिसार में विज्ञान और समाज का सेतु : सतत एक-स्वास्थ्य हेतु जैव प्रौद्योगिकी विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया।
उत्कृष्ट शोध प्रस्तुति के लिए डॉ. हरि मोहन को सम्मेलन में बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. हरि मोहन ने टीआईओ₂–एडेनिन नैनो संयोजन आधारित नष्ट हो सकने वाला जीनो सेंसर, जिसे स्क्रीन प्रिंटेड स्वर्ण इलेक्ट्रोड पर संशोधित कर एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) वायरस की पहचान के लिए विकसित किया गया है, विषय पर अपना शोध विवेचन किया। उनके शोध में बताया गया कि यह जीनो सेंसर स्वाइन फ्लू वायरस की तीव्र, विशिष्ट और अत्यंत संवेदनशील पहचान में अत्यंत कारगर सिद्ध हो सकता है।
डॉ. हरि मोहन ने बताया कि इस प्रकार का पॉइंट-ऑफ़-केयर उपकरण महामारी जैसी परिस्थितियों में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। यह नाक के स्वाब नमूनों में वायरस की बहुत अल्प मात्रा का भी पता लगाने में सक्षम है। साथ ही इसे फील्ड स्तर पर ही उपयोग किया जा सकता है, जिससे नमूनों को प्रयोगशाला तक ले जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
Girish Saini 


