दोआबा कॉलेज में बौद्धिक संपदा अधिकार पर सैमीनार आयोजित

जालन्धर, 4 अक्टूबर, 2025: दोआबा कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग एवं कॉर्मस एवं बिजनैस मैनेजमैंट विभाग द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें डॉ. वनिता खन्ना-जीएनडीयू रीज़नल कैम्पस जालन्धर बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुई जिनका हार्दिक अभिनन्दन डॉ. नरेश मल्हौत्रा, डॉ. सुरेश मागो, प्राध्यापको और विद्यार्थियों ने किया ।
डॉ. वनिता खन्ना ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के दौर के ज्ञान द्वारा संचालित विश्व की अर्थव्यवस्था में बौद्धिक संपदा अधिकार यानि इंटेलैक्चुअल प्रॉपर्टी राईट्स की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका हो गई है । युवाओं का रचनात्मक और इनोवेटिव होना ही काफी नहीं बल्कि बौद्धिक समंपदा अधिकारों से इसका संरक्षण भी आवश्यक है । उन्होंने कहा कि कॉपी राईट्स डिजाईन पंजीकरण का उपयोग करके सभी को अपने विचारों और कृतियों को साहित्यक एवं शोध की चोरी, जालसाजी और उनके अन्य अधिकृत उपयोग से बचाने की ज़रूरत है । इसके साथ ही उन्होंने उपस्थिति को इंटेलैक्चुअल प्रॉपर्टी राईट्स के तहत आने वाले पैटेंट, कॉपी राईट्स, ट्रेड मार्क, डिजाईन्स एवं भूगौलिक संकेतों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए इनोवेशन एवं रचनात्मकता को सरंक्षित करना अनिवार्य है । बौद्धिक संपदा अधिकार ही इनोवेशन का संरक्षण करने में सबसे कारगर है । युवाओं में इसकी समझ बढ़ाने की दिशा में डॉ. भण्डारी ने इस सैमीनार के लिए अर्थशास्त्र एवं कॉमर्स विभाग को बधाई दी ।