दोआबा कॉलेज में एंड्रागॉजी पर वर्कशाप आयोजित

जालन्धर, 31 मई, 2025: दोआबा कॉलेज के ऐजुकेशन विभाग द्वारा कॉलेज के इन्टर्नल ऐंशोरेंस सेल के संयोग से योजनाबद्ध एंड्रागॉजी– वयस्क विद्यार्थियों को बढ़ाने की विधि पर वर्कशाप का आयोजन किया गया जिसमें शिक्षाविद्ध डॉ. तीरथ सिंह जोकि एक जाने माने शोध शास्त्री भी है बतौर रिसोर्सपर्सन उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. अविनाश चन्द्र-ऐजुकेशन विभागाध्यक्ष, डॉ. राजीव खोसला-संयोजक आईक्यूऐसी व प्राध्यापको ने किया ।
डॉ. तीरथ सिंह ने विद्यार्थियों को योजनाबद्ध एंड्रागॉजी के बारे में बताते हुए कहा कि यह सीखने का एक दृष्टिकोण है जो विशेष रूप से वयस्क विद्यार्थियों पर केंद्रित हैं, जिसमें आत्म-निर्देशन, अनुभव, सीखने की तत्परता और ज्ञान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर जोर दिया जाता है । इस दौरान डॉ. तीरथ सिंह ने एंड्रगोजी के सिद्धांतों तथा उसकी पैडागोजी की सामान्ता व असामान्ता पर भी चर्चा की । उन्होंने बताया कि एन्ड्रागॉजी के अर्न्तगत वयस्क विद्यार्थियों को वैज्ञानिक तरीके के साथ लर्निंग सिद्धान्तों से कार्य करवाया जाता है जोकि शिक्षार्थी केन्द्रित, तजुरबे पर आधारित समस्या उन्मुखी होता है जिससे कि विद्यार्थियों को सम्पूर्ण विकास होता है । ऐसी ज्ञानवर्धक शिक्षा पद्धति में शिक्षा ग्रहण कर विद्यार्थियों का मानसिक दायरा भी बढ़ता है ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने मुख्यवक्ता का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्राध्यापको को वयस्क शिक्षार्थियों की समस्याओं, ज़रूरतों और चिंताओं को अच्छे से समझ कर उन्हें इसी योजनाबद्ध एन्ड्रागॉजी के माध्यम से पढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वह अपने जीवन एवं करियर में पेश आने वाली जटिलताओं से झूझ कर उसमें जीत प्राप्त कर सकें । डॉ. मनजीत कौर ने मंच संचालन बखूबी किया । प्राध्यापको ने प्रश्नोत्तरकाल में अपने प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत किया ।