दोआबा कॉलेज में आधुनिक समय में भगत सिंह की विचारधारा पर सैमीनार का आयोजन

दोआबा कॉलेज में आधुनिक समय में भगत सिंह की विचारधारा पर सैमीनार का आयोजन
दोआबा कॉलेज में आयोजित सैमीनार में प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. निरमल सिंह, छात्र प्रदीप, प्रो. सुखविंदर सिंह तथा डा. ओमिंदर जोहल अपने विचार पेश करते हुए।

जालन्धर, 28 सितंबर, 2022: दोआबा कॉलेज में एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत आधुनिक समय में भगत सिंह की विचारधारा पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. निरमल सिंह बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल- संयोजक, प्रो. सुखविंदर सिंह, प्रो. सुरेश मागो, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया।

प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि उस दौर में शहीदे-आ•ाम भगत सिंह की शहादत का उद्देश्य देश की अजादी प्राप्त करना था पर वर्तमाण समय में उनका यह बलिदान हमें आज भी उद्देश्य पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा है। डा. भंडारी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को भगत सिंह जी के जीवन से देश हित के लिए कार्य करना चाहिए। 

डा. निरमल सिंह ने कहा कि भगत सिंह ने अपने जीवन को भुला कर हमें स्वतंत्र रूप से जीने की प्रेरणा दी तथा हमें भी अपने अन्दर की कमज़ोरियों एवं डर को जीत कर आगे बढऩा है ताकि हम देश की तस्वीर बखूबी सकारात्मक रूप से बदल सकें। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने अपने साथ अपनी विचारधारा के माध्यम से मज़दूरों, विद्यार्थियों एवं बुद्धिजीवों को साथ जोड़कर हमें अंग्रेजों के खिलाफ लडऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने हमें सिखाया कि अपने सिद्धान्तों को छोड़कर जीना व्यर्थ है तथा हम समझौते से महानता कभी भी प्राप्त कर सकते। एमएजेएमसी की छात्रा मित्ताली ने शहीद भगत सिंह पर अपने विचार पेश किए। जेएमसी के विद्यार्थी प्रदीप ने भगत सिंह की वेशभूषा में भगत सिंह जी के जीवन पर सोलो एक्ट पेश किया। मंच संचालन डा. शिविका दत्ता ने किया। डा. ओमिंदर जोहल ने अतिथियों का धन्यवाद किया। तेजस ने देशभक्ति का गीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर कॉलेज के विद्यार्थी और प्राध्यापक मौजूद थे।