दोआबा अकादमी ने दिलीप कुमार पाण्डेय द्वारा संपादित पुस्तक "आभासी दुनिया का सच" को किया लोकार्पित

दोआबा अकादमी ने दिलीप कुमार पाण्डेय द्वारा संपादित पुस्तक
पुस्तक का लोकार्पण करते हुए डा.अजय शर्मा,डा.तरसेम गुजराल, डा.धर्म पाल साहिल, ठाकुर दास चावला एवं  डा.जवाहर धीर व अन्य ।

फगवाड़ा गत दिवस दोआबा साहित्य एवं कला अकादमी द्वारा आयोजित लोकार्पण समारोह आर्य माडल सी.सै.स्कूल, गऊशाला रोड पर अकादमी के अध्यक्ष डॉ. जवाहर धीर के नेतृत्व में में कवि एवं समीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय की पुस्तक 'आभासी दुनिया का सच' का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर दो शिरोमणि साहित्यकारों डा.अजय शर्मा एवं तरसेम गुजराल ने कहा कि आभासी दुनिया आज की स्थितियों की सच्चाई है मगर हमें स्वयं को और अपने बच्चों को इससे दूर रखना चाहिए। बदलती दुनिया ने इंसान को बहुत कुछ नया दिया है मगर हमारा दायित्व है कि हम इसमें से बेहतर का चुनाव करें। होशियारपुर से आए प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ धर्म पाल साहिल ने इसके विषय की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पुस्तकें  पाठकों तक पहुंचनी ही चाहिए, जिससे हर व्यक्ति बहुत कुछ सीख सकता है। इस पुस्तक  के बारे में संरक्षक टी.डी.चावला ने कहा कि समय के साथ-साथ सृष्टि में हमेशा से बदलाव आता रहता है,मगर कृत्रिम बदलाव में हमें फंसना नहीं है। ऐसा बदलाव हमें मानसिक रूप से कमजोर करता है। पंजाबी के प्रसिद्ध लेखक रविन्द्र सिंह चोट ने दिलीप पाण्डेय द्वारा सम्पादित पुस्तक पढ़ने वाले को आईना दिखाती है। हमें सच्चाई एवं सकारात्मकता के पक्ष के साथ चलना चाहिए। डॉ.नीलू शर्मा ने भी पुस्तक के प्रकाशन पर बधाई दी।
दोआबा साहित्य एवं कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ जवाहर धीर ने आस्था प्रकाशन को बढ़िया प्रकाशन के लिए बधाई दी और कवि दिलीप पांडेय को उनकी पांचवीं पुस्तक के प्रकाशन पर बधाई देते कहा कि यद्यपि यह संपादित पुस्तक है मगर संपादन करना एक जटिल एवं श्रमसाध्य चुनौती भरा कार्य है।इसके लिए दिलीप कुमार पाण्डेय बधाई के पात्र हैं।
डा.जवाहर धीर ने सभी अतिथियों एवं नई पुस्तक प्रकाशित होने पर दिलीप कुमार पाण्डेय तथा सुखदेव सिंह गंडवा को सम्मान चिन्ह भेंट करके अकादमी की ओर से सम्मानित किया। नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष मलकीत सिंह रघवोत्रा ने अकादमी की कार्यप्रणाली पर संतोष व्यक्त किया और डा.जवाहर धीर को भविष्य में भी समाज को जगाने वाले कार्यक्रम आयोजित करते रहने को कहा।  कार्यक्रम का मंच संचालन राजेश अध्याय ने शानदार ढंग से किया। इस अवसर पर पधारे  साहित्यकारों  प्रो.सरला भारद्वाज, प्रिं. प्रोमिला अरोड़ा, बलदेव राज कोमल, जतिंद्र गुप्ता, सुखदेव सिंह गंडवां, वीणा विज, हरचरण भारती आदि ने कविता पाठ किया।सभा में चारु दत्त सुधीर,डा.दीपक, रंजना पांडेय, रुचि पांडेय,राजू राय,जय सिंह आदि भी उपस्थित थे।