डीएलसी सुपवा: वास्तुकला और शहरी नियोजन में पेशेवर संभावनाओं को दे रहा है नया विस्तार

रोहतक, गिरीश सैनी। डिज़ाइन, प्लानिंग और निर्माण क्षेत्र में छात्रों को अत्याधुनिक कौशल से सुसज्जित करने के उद्देश्य से, दादा लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन और दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा) ने अपने योजना एवं वास्तुकला संकाय के अंतर्गत स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की है। यह विभाग हरियाणा में वास्तुकला और स्थानिक शिक्षा के प्रमुख केंद्रों में तेजी से उभर रहा है।
बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बी.आर्क.), एक पांच वर्षीय स्टूडियो-आधारित कार्यक्रम है। वहीं, शहरी और क्षेत्रीय नियोजन में मास्टर डिग्री भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई है।
विभागाध्यक्ष डॉ. अजय बहु जोशी ने बताया कि विभाग में कुछ पेशेवर केंद्रित कार्यक्रम भी संचालित किए जा रहे हैं, जैसे पीजी डिप्लोमा इन कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइन और आर्किटेक्चरल सॉफ्टवेयर में सर्टिफिकेट कोर्स। ये कार्यक्रम केवल छात्रों के लिए ही नहीं, बल्कि कामकाजी पेशेवरों, गृहिणियों और सेवानिवृत्त व्यक्तियों को भी ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं, ताकि वे कौशल-आधारित रोजगार प्राप्त कर सकें।
कुलपति डॉ. अमित आर्य ने कहा कि डीएलसी सुपवा लचीले, किफायती और सघन पाठ्यक्रमों के माध्यम से शैक्षणिक ज्ञान और उद्योग की अपेक्षाओं के बीच की खाई को पाट रहा हैं। योजना एवं वास्तुकला संकाय एक ऐसी पीढ़ी तैयार कर रहा है जो केवल ब्लूप्रिंट और सॉफ्टवेयर तक सीमित नहीं, बल्कि वास्तविक दुनिया में प्रभाव छोड़ने में सक्षम है।
डीन अकादमिक अफ़ेयर्स डॉ. अजय कौशिक ने करियर संभावनाओं पर जानकारी देते हुए कहा कि यूजी/पीजी कार्यक्रमों के पूर्ण होने के बाद छात्र वास्तुकला शिक्षाविद्, स्वतंत्र वास्तुविद् जैसे करियर विकल्प चुन सकते हैं। वे सार्वजनिक निर्माण विभाग, पुरातत्व विभाग, नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन आदि जैसे सरकारी संस्थानों में भी कार्य कर सकते हैं। साथ ही, वे उत्पाद डिज़ाइनर या इंटीरियर डिज़ाइनर के रूप में भी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में स्थान पा सकते हैं।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू है।
पंच वर्षीय बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में 40, मास्टर ऑफ प्लानिंग (अर्बन एंड रीजनल)में 30, पीजी डिप्लोमा इन कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में 20, डिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइन में 20 और आर्किटेक्चरल सॉफ्टवेयर सर्टिफिकेट में 20 सीटें उपलब्ध हैं।