डीएलसी सुपवाः प्रेमचंद की अमर कहानियों का जीवंत मंचन किया अभिनय के छात्रों ने

डीएलसी सुपवाः प्रेमचंद की अमर कहानियों का जीवंत मंचन किया अभिनय के छात्रों ने

रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय दादा लख्मी चंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा), रोहतक के अभिनय विभाग के फाउंडेशन बैच के छात्रों ने प्रसिद्ध कथाकार मुंशी प्रेमचंद की तीन क्लासिक कहानियों - पंच परमेश्वर, सवा सेर गेहूं और घासवाली - पर आधारित कथा-कोलाज प्रस्तुत किया। छात्रों के जूरी मूल्यांकन का हिस्सा इस प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों, संकाय सदस्यों और जूरी को बेहद प्रभावित किया।

 

अभिनय विभाग के प्राध्यापक विभांशु और केशव के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित इन युवा कलाकारों ने मंच पर प्रेमचंद की संवेदनशील दुनिया को जीवंत किया। पंच परमेश्वर की नैतिक दुविधा, सवा सेर गेहूं में शोषण के तीखे यथार्थ और घासवाली की जटिल भावनात्मक परतों को छात्रों ने सहजता और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।

 

जूरी में अभिनय विभागाध्यक्ष दुश्यंत, बाहरी विशेषज्ञ के रूप में अभिनेता एवं निर्देशक राजीव राज तथा काव्या कुमार शामिल रहे। सभी जूरी सदस्यों ने छात्रों की तैयारी, ईमानदारी और स्वाभाविक अभिनय क्षमता की सराहना करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

 

अभिनय विभागाध्यक्ष दुश्यंत ने कहा कि प्रेमचंद की कहानियां भावनात्मक सूक्ष्मता और मानवीय व्यवहार की गहरी समझ की मांग करती हैं। फिल्म एवं टेलीविज़न संकायाध्यक्ष महेश टी.पी. ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों में अभिनय की बुनियादी दक्षताओं को मजबूत करने के साथ-साथ विवि की अनुभव-आधारित और प्रदर्शन-केन्द्रित शिक्षण पद्धति को भी रेखांकित करता है।