उपायुक्त सचिन गुप्ता ने 30 सितंबर तक सडक़ों को गड्ढा मुक्त बनाने के निर्देश दिए
अधिकारियों को योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट शीघ्र भिजवाने के निर्देश।

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने सडक़ स्वामित्व एजेंसी /विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वे जिला में 30 सितंबर तक सभी सडक़ों को गड्ढा मुक्त कर सर्टिफिकेट दें। अधिकारी सीएम विंडो, जनसंवाद, समाधान शिविर इत्यादि पोर्टल पर कार्यवाही रिपोर्ट अवश्य अपलोड करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट शीघ्र भिजवाना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, एएसपी प्रतीक अग्रावल, सांपला के उपमंडलाधीश उत्सव आनंद, रोहतक के उपमंडलाधीश आशीष कुमार, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त मनजीत कुमार, नगराधीश अंकित कुमार के साथ विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए सडक़ स्वामित्व एजेंसी व विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे सरकार के निर्देशानुसार जिला की सडक़ों को गड्ढा मुक्त कर 30 सितंबर तक सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि विभाग द्वारा किया गया कार्य धरातल पर नजर भी आए तथा सभी सडक़े वाहन चलाने के अनुकूल हो।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा जिला प्रगति की समीक्षा किया जाना प्रस्तावित है। अधिकारी संबंधित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण से वंचित बच्चों की पहचान कर संबंधित क्षेत्रों विशेषकर स्लम एरिया में विशेष शिविर लगाकर टीकाकरण करवाया जाए।
उन्होंने बैठक के एजेंडे में शामिल पीएम आवास, पीएम मातृ वंदना, पीएम स्वनिधि, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम फसल बीमा, पीएम कृषि सिंचाई योजना, मुख्यमंत्री घोषणाएं, समाधान शिविर, जनसंवाद, सोलर पंप, जैविक खेती, भूजल स्तर, पेयजल आपूर्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि, चिराग योजना, म्हारा गांव-जगमग गांव, पीएम कौशल विकास योजना, लोकल के लिए वोकल व स्टार्टअप, आंगनवाड़ी सेवाएं, पोषण अभियान, बाल श्रम उन्मूलन आदि बिंदुओं पर संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट ली तथा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयास करने के निर्देश दिए। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, डीआरओ प्रमोद चहल, पं. बीडीएस स्वास्थ्य विज्ञान विवि के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल सहित संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।