मनोविज्ञान विभाग तथा हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री ने जागरूकता अभियान चलाकर किया मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित

मनोविज्ञान विभाग तथा हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री ने जागरूकता अभियान चलाकर किया मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित

रोहतक, गिरीश सैनी। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने, समाज में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए कार्य करने तथा समाज-राष्ट्र में करुणा भाव से मानसिक स्वास्थ्य चेतना जागृत करने का संकल्प एमडीयू के मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापकों, शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों ने लिया।

 
मनोविज्ञान विभागाध्यक्षा प्रो. अंजलि मलिक ने बताया कि 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का संचार एवं प्रचार-प्रसार करना है। इसी कड़ी में विभाग की ओर से मानसिक स्वास्थ्य संकल्प शपथ लिया गया ताकि समाज में मानसिक स्वास्थ्य चेतना को फैलाया जाए। मनोविज्ञान विभाग तथा हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री सामूहिक रूप से 6 अक्टूबर से मानसिक जागरूकता सप्ताह के तहत विभिन्न गतिविधियों एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं।

 

जागरूकता कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. दीप्ति हुड्डा ने बताया कि इस कड़ी में मनोविज्ञान विभाग में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता एवं मूल्यांकन शिविर में लगभग 400 विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के मनोवैज्ञानिक, शारीरिक-सामाजिक पहलुओं का मूल्यांकन किया गया। इस शिविर में विद्यार्थियों के शैक्षणिक कारणों से उत्पन्न तनाव तथा उनके कॉग्नेटिव क्षमता आदि का भी आकलन किया गया। विशेष रूप से बॉडी-मास इंडेक्स, समस्या निवारण क्षमता, बुद्धिमता, तनाव, अवसाद, मानसिक तंदुरुस्ती, खुशी के विविध पहलुओं का मूल्यांकन-आकलन किया गया। मानसिक स्वास्थ्य दिवस शपथ कार्यक्रम तथा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में प्राध्यापिका प्रो. शालिनी सिंह,  डा. शशि रश्मि, डॉ. बिंदु सहित स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी मौजूद रहे।