उपायुक्त सचिन गुप्ता ने निगमायुक्त डॉ. आनंद शर्मा के साथ लिया रैन बसेरों में सुविधाओं का जायजा
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य हैं। इसलिए ठंड के समय में प्रत्येक व्यक्ति के लिए सोने की उचित व्यवस्था रहनी चाहिए। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने नगर निगम आयुक्त डॉ आनंद कुमार शर्मा के साथ नगर में अलग-अलग स्थानों पर बनाए गए रैन बसेरों का निरीक्षण कर मौके पर ही सुविधाओं बारे आवश्यक दिशा निर्देश जारी दिये।
उपायुक्त ने कहा कि ठंड व शीतलहर से आम जनमानस के बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है। हर व्यक्ति के अमूल्य जीवन के दृष्टिगत सरकार द्वारा प्रशासन को निर्देश दिए गए है कि कोई भी व्यक्ति फुटपाथ, प्लेटफार्म या सडक़ पर खुले में न सोए। यदि कोई व्यक्ति खुले में सोया पाया जाये तो उसे तुरंत रैन बसेरों में पहुंचाया जाए और इसकी निरंतर निगरानी भी की जाए। सभी रैन बसेरों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जा रहा हैं।
उपायुक्त ने बताया कि नगर निगम द्वारा पुरुषों व महिलाओं के लिए पांच अलग-अलग स्थानों पर रैन बसेरे स्थापित किए गए हैं, जिनमें ठहरने की सुविधा पूर्णतया निशुल्क है तथा भोजन, गर्म कपड़े, शौचालय, साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की गई है। नया बस स्टैंड परिसर में पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग रैन बसेरों का प्रावधान किया गया है। पोर्टा केबिन (पुरुष एवं महिला) के लिए पुराना बस स्टैंड नजदीक पुलिस स्टेशन और सामुदायिक केन्द्र (गांधी कैंप) में भी (पुरुष एवं महिला) रैन बसेरे का संचालन किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा पुराना बस स्टैंड, कम्युनिटी सेंटर के पास बनाए गए रैन बसेरे का संचालन जन सेवा संस्थान द्वारा किया जा रहा है। इन रैन बसेरों में लगभग 150 व्यक्तियों के ठहरने की व्यवस्था है तथा इस क्षमता को आवश्यकतानुसार बढ़ाया भी जा सकता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन रैन बसेरों में पुरुषों व महिलाओं के रात्रि ठहराव के लिए सभी सुविधाएं प्रदान की जाए व उनके लिए कंबल, गद्दे इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की जाये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों से कहा कि हर जरूरतमंद को रैन बसेरों में अच्छी सुविधा दी जाए। उपायुक्त ने नगर निगम की सराहना की। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि शहर में कोई भी व्यक्ति खुले में ठंड में सोता हुआ दिखाई दे तो निकटतम रैन बसेरे तक पहुंचाने में सहयोग करें।
Girish Saini 


