लिंगानुपात में सुधार के लिए डीसी ने दिए रेड बढ़ाने के निर्देश

अल्ट्रासाउंड केंद्रों की होगी नियमित रूप से निगरानी।
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में लिंगानुपात में सुधार दर्ज करने के लिए प्रसव पूर्व लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त व्यक्तियों पर रेड करें।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अधिकारी अल्ट्रासाउंड केंद्रों की निरंतर निगरानी करें तथा यह सुनिश्चित करें कि अवैध रूप से एमटीपी किट की बिक्री न हो। उन्होंने कहा कि कम लिंगानुपात से संबंधित गांवों में ग्राम सचिव, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम गठित कर निगरानी बढ़ाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बिना आईडी प्रूफ के कोई भी अल्ट्रासाउंड न हो। गांवों में जागरूकता गतिविधियां आयोजित कर लोगों को लडक़ा-लडक़ी में भेदभाव न करने बारे जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा गर्भपात करवाने वाली महिलाओं की रिवर्स ट्रैकिंग की जाए औऱ खास तौर पर काहनौर क्षेत्र में विशेष निगरानी की जाए।
उपायुक्त ने विशेष टीकाकरण अभियान के संदर्भ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 17 से 27 सितंबर तक चलने वाले विशेष टीकाकरण अभियान के तहत सभी लक्षित बच्चो के आयु समूहों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सरकारी व निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के टीकाकरण के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों एवं प्ले स्कूलों में आने वाले बच्चों के टीकाकरण के प्रमाण पत्र भी लिए जाए। सभी स्कूलों के विद्यार्थियों को स्वच्छता के बारे में विशेष अभियान चलाकर जागरूक किया जाए।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि नागरिकों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि जिला में स्थित किसी भी विद्यालय के प्रांगण में जलभराव न हो तथा स्कूलों में फोगिंग भी करवाई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा आईएमए के पदाधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित करवाया जाए कि कोई भी अस्पताल डेंगू के टेस्ट की निर्धारित फीस 600 रुपए से ज्यादा गरीबों से न वसूले।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभाग की सडक़ों के गड्ढों को भरवाने तथा सडक़ों के किनारे से जल निकासी के पुख्ता प्रबंध करें। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांव लाहली में विभाग द्वारा की जा रही पेयजल आपूर्ति के सैंपल लेकर टेस्ट के लिए प्रयोगशाला भिजवाए।
सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने नागरिकों से अपील की है कि वे डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया इत्यादि बीमारियों से बचाव के लिए अपने आसपास पानी एकत्रित न होने दें। यह बीमारियां मच्छर के काटने से फैलती है, जो रूके हुए साफ पानी में ही पनपता है। इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक गुलाब सिंह, डीडीपीओ राजपाल चहल, सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, आईएमए की प्रधान डॉ. आरती साहू सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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