सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद की जयंती पर डीएलसी सुपवा में सांस्कृतिक आयोजन 15 जुलाई को
दादा लख्मी सिर्फ एक कवि नहीं थे, बल्कि हरियाणा की अंतरात्मा थेः कुलपति डॉ. अमित आर्य

रोहतक, गिरीश सैनी। सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद की जयंती के उपलक्ष्य में स्थानीय दादा लख्मी चंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा) में 15 जुलाई 2025 को एक सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया जाएगा। पं. लख्मीचंद के नाम पर स्थापित इस विवि में उनकी जयंती को मनाने का उद्देश्य लोक परंपराओं, प्रदर्शन कलाओं और क्षेत्रीय कथाओं की स्थायी शक्ति के प्रति नई पीढ़ी में रूचि और सम्मान को पुनर्जीवित करना है।
कुलपति डॉ. अमित आर्य ने कहा कि यह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक वापसी का क्षण है। उन्होंने कहा कि दादा लख्मी सिर्फ एक कवि नहीं थे, बल्कि हरियाणा की अंतरात्मा थे। इस आयोजन के माध्यम से हम अपने छात्रों को उनकी साहित्यिक विरासत से जोड़ना चाहते हैं।
प्रातः 10:00 बजे से प्रारंभ होने वाले इस कार्यक्रम में दादा लख्मीचंद के प्रपौत्र पं. विष्णु दत्त और उनके समूह द्वारा विशेष रागनी प्रस्तुति दी जाएगी, जिसमें पं. लख्मीचंद के काव्य और लोक संगीत परंपरा की जीवंत प्रस्तुति दी जाएगी।
तत्पश्चात विवि के मिनी ऑडिटोरियम में पं. लख्मीचंद के जीवन और योगदान पर आधारित बायोपिक फिल्म ‘दादा लख्मी’ का विशेष प्रदर्शन किया जाएगा। यह फिल्म उनके जीवन-संघर्ष, साहित्यिक अवदान और हरियाणवी संस्कृति, समाज और पहचान पर उनके गहरे प्रभाव को सिनेमाई रूप में प्रस्तुत करती है। इस दौरान फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा तथा फिल्म की पूरी टीम भी मौजूद रहेगी और विद्यार्थियों एवं संकाय सदस्यों से संवाद करेगी।