पाक कला विरासत डेस्टिनेशन ब्रांडिंग की सबसे प्रभावी शक्तिः प्रख्यात पत्रकार पी. के. मोदी

पाक कला विरासत डेस्टिनेशन ब्रांडिंग की सबसे प्रभावी शक्तिः प्रख्यात पत्रकार पी. के. मोदी

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के होटल एवं पर्यटन प्रबंधन संस्थान (आईएचटीएम) में आयोजित कुलपति विशिष्ट व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत प्रख्यात पत्रकार एवं द इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व रेजिडेंट एडिटर पी.के. मोदी ने व्याख्यान दिया। पीएचडी शोधार्थियों एवं नव-प्रवेशित स्कॉलर्स ने उत्साहपूर्वक इस कार्यक्रम में भाग लिया।

 

मुख्य वक्ता पी.के. मोदी ने मीडिया की भूमिका से डेस्टिनेशन ब्रांडिंगः पर्यटन कथानक में पाक कला विरासत का रणनीतिक उपयोग विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि आज के दौर में केवल प्रचार सामग्री से नहीं, बल्कि विश्वसनीय और प्रामाणिक कहानियों से पर्यटन स्थलों की पहचान बनती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय व्यंजन, खाद्य परंपराएं, बाजार और सामुदायिक रसोई किसी भी क्षेत्र की जीवित सांस्कृतिक धरोहर हैं, जो प्रतियोगी पर्यटन बाजार में उस गंतव्य को विशिष्ट पहचान प्रदान कर सकती हैं।

 

उन्होंने जोर दिया कि डिजिटल स्टोरीटेलिंग, डॉक्यूमेंट्री, पॉडकास्ट और इन्फ्लुएंसर आधारित संचार अगर जिम्मेदारी और सटीकता के साथ उपयोग किया जाए तो स्थानीय समुदायों की आवाज़ को सामने लाते हुए पर्यटन को अधिक संवेदनशील और विश्वसनीय बनाया जा सकता है। मीडिया और शैक्षणिक शोध के बीच पारस्परिक सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से संस्कृति को कमोडिटी नहीं, समुदाय की अमानत के रूप में प्रस्तुत करने की अपील की।

 

प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए आईएचटीएम निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने व्याख्यान श्रृंखला की विशेषताओं और संस्थान की उपलब्धियों का उल्लेख किया। प्रो. संदीप मलिक ने आईएचटीएम की शैक्षणिक गतिविधियों एवं नए बीबीए कार्यक्रमों का परिचय दिया। डॉ. संजीव कुमार ने समावेशी फूड ट्रक ऑपरेशन सर्टिफिकेट कोर्स को भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) की स्वीकृति मिलने की जानकारी । अंत में डॉ. सुमेघ ने आभार प्रदर्शन किया।