मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने किया सात दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ
पुस्तकें मनुष्य के चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास का सबसे बड़ा साधन।

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी (आईएएस) ने एमडीयू के विवेकानंद पुस्तकालय में लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने विवेकानंद पुस्तकालय का दौरा कर वहां की आधुनिक सुविधाओं का जायजा भी लिया। इस दौरान कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत और लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक साथ रहे।
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने पुस्तकालय की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि ये पुस्तकालय प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक आदर्श पुस्तकालय के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। यहां छात्रों और शोधार्थियों को विश्व स्तरीय संसाधन उपलब्ध कराना वास्तव में प्रशंसनीय कार्य है।
मुख्य सचिव ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य के चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास का सबसे बड़ा साधन हैं। आज जब डिजिटल युग में युवा तेज़ी से बदलती तकनीक से रूबरू हो रहे हैं, ऐसे में पुस्तकालय का महत्व और भी बढ़ जाता है,
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एमडीयू लगातार विद्यार्थियों और शोधार्थियों को सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी जैसी पहल विद्यार्थियों में पढ़ने की संस्कृति को और मजबूत करेंगी ।
पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. सतीश मलिक ने पुस्तकालय की सुविधाओं का ब्यौरा दिया। इस दौरान डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ सीमा, असिस्टेंट लाइब्रेरियन डॉ बलविंदर कुमार, पीआरओ पंकज नैन सहित अन्य विवि अधिकारी मौजूद रहे।
डॉ सतीश मलिक ने बताया कि इस सात दिवसीय प्रदर्शनी में लगभग 455 पुस्तकें प्रदर्शित की गईं हैं, जो महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और अन्य महान विभूतियों के जीवन, विचारों और योगदान पर आधारित हैं। इन पुस्तकों में स्वतंत्रता संग्राम, समाज सुधार, नेतृत्व, अहिंसा, सत्याग्रह और नैतिक मूल्यों से जुड़े विषयों का समावेश है।