श्री गुरू तेग़ बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित विद्यार्थी कवि दरबार का अयोजन

श्री गुरू तेग़ बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित विद्यार्थी कवि दरबार का अयोजन

लुधियाना: पंजाब सरकार द्वारा श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित आरंभ की गई प्रोग्रामों की लड़ी के अंतर्गत पंजाब कला परिषद की तरफ से विद्यार्थियों का ऑनलाइन कवि दरबार करवाया गया जिसका उद्घाटन पंजाब कला परिषद के चेयरमैन विश्व प्रसिद्ध शायर डॉ. सुरजीत पातर ने किया।

इस मौके पर उद्घाटनी शब्द बोलते हुए डॉ. पातर ने कहा कि लड़कियों द्वारा कवि दरबार में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना दिखाता है कि हमारी संस्कृति और विरासत बहुत समृद्ध है क्योंकि जिस देश में लड़कियाँ सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं, वह देश सांस्कृतिक तौर पर बहुत विकसित होता है। डॉ. पातर ने श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की बाणी और शहादत की महत्ता का जि़क्र करते हुए कहा कि गुरू तेग़ बहदार साहिब ने सर्वधर्म की रक्षा के लिए शहादत दी थी। गुरू साहिब ने धार्मिक कट्टरता का विरोध किया और दूर दूर तक संदेश पहुँचाया कि सभी धर्मों और भाषाओं का सम्मान होना चाहिए।

इस मौके पर प्रसिद्ध लेखक निन्दर घुग्याणवी ने सभी मेहमानों और विद्यार्थियों का स्वागत किया और डॉ. अमरदीप कौर ने सभी विद्यार्थियों और कविताओं बारे विस्तार के साथ जानकारी साझा की।

इस विद्यार्थी कवि दरबार में 17 विद्यार्थियों ने अपनी कवितायें पढ़ीं और कईयों ने गाकर सुनाईं। कई विद्यार्थियों ने गुरू साहिब की शिक्षाओं को बयान करते हुए आज के दौर में फैलाई जा रही धार्मिक कट्टरता और मौजूदा के किसान आंदोलन के साथ जोडक़र बखूबी पेश किया।