37वें इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल की चैंपियनशिप ट्राफी बनस्थली विद्यापीठ के नाम

युवा महोत्सव का मंच साहित्यिक-सांस्कृतिक प्रतिभाओं के पुष्पित-पल्लवित होने का सशक्त मंच है: कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

37वें इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल की चैंपियनशिप ट्राफी बनस्थली विद्यापीठ के नाम

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में 9 फरवरी से आयोजित किए जा रहे रंग-तरंग 37वें इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल का शानदार समापन मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियों तथा पुरस्कार वितरण समारोह से हुआ। 

इस अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव की चैंपियनशिप ट्राफी बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान ने जीती। रनर्स अप ट्राफी मेजबान विश्वविद्यालय महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने जीती। समापन समारोह के मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (उच्चतर शिक्षा) आनंद मोहन शरण तथा कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विजयी टीमों को ट्राफी प्रदान की। 

युवा महोत्सव में ओवर ऑल प्रदर्शन में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर, एपीजे सत्य विश्वविद्यालय, गुरूग्राम चौथे स्थान पर तथा चौ. देवी लाल विवि, सिरसा पांचवें स्थान पर रहा।

मुख्य अतिथि एसीएस आनंद मोहन शरण ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विकसित भारत @2047 का सपना युवा वर्ग (जेनेरेशन नेकस्ट) ही पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग उत्साह, असीमित ऊर्जा, अपनी प्रतिभा के दम पर राष्ट्र को प्रगति पथ पर आगे ले जाने का कार्य करेगा। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने इस इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल का सफल-शानदार आयोजन कर एक नई मिसाल प्रस्तुत की तथा सांस्कृतिक एकता का परिचय दिया।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि युवा महोत्सव का मंच साहित्यिक-सांस्कृतिक प्रतिभाओं के पुष्पित-पल्लवित होने का सशक्त मंच है। इन आयोजनों से युवा वर्ग-विद्यार्थी वर्ग की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा मिलती है। पूरी आयोजन टीम को कार्यक्रम के सफल आयोजन की बधाई कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने दी।

स्वागत भाषण शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. ए.एस. मान ने दिया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने किया। समापन सत्र में मंच संचालन प्रो. दिव्या मल्हान ने किया। सत्र संचालन निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने किया। कार्यक्रम संयोजन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. रणदीप राणा ने किया। 

कार्यक्रम में एनएसएस वालंटियर्स आकांक्षा तथा दीक्षिता गुलिया को विश्वविद्यालय गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया। इसके साथ ही, प्रो. शुचि स्मिता, डा. भूपेन्द्र मल्होत्रा, डा. मुकेश वर्मा को संगीत रत्न सम्मान, डा. श्याम वशिष्ठ को रंग रत्न सम्मान, डा. शमशेर अहलावत, डा. परम भूषण आर्य, डा. दिनेश जून तथा डा. नरेश राठी को कला संरक्षक सम्मान से, मालविका पंडित तथा पवन मल्होत्रा को श्रीकला रत्न सम्मान से अलंकृत किया गया।

वित्तीय परामर्शदाता नौरंग राम शर्मा, वित्त अधिकारी मुकेश भट्ट, अधिशासी अभियंता जेएस दहिया, परिवहन अधिकारी जय देव दहिया तथा पीए खैराती लाल को उत्कृष्ट सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के प्राध्यापक डा. हितेन्द्र गोयल व बनस्थली विद्यापीठ की छात्रा ईशा सहाय ने प्रतिभागी फीडबैक प्रस्तुत की तथा एमडीयू के आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। गीत, संगीत, नृत्य, थिएटर, ललित कला तथा साहित्यिक इवेंट्स का महाकुंभ रंग तरंग मधुर यादें छोड़ गया। 


रंग-तरंग 37वें इंटर यूनिवर्सिटी नार्थ वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल विजेता सूची
- सांस्कृतिक शोभा यात्रा में प्रथम पुरस्कार महर्षि मार्केंडेश्वर यूनिवर्सिटी, मुलाना को, द्वितीय पुरस्कार बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान को तथा तीसरा पुरस्कार कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ। 
- ललित कला चैंपियन ट्राफी में चैंपियन ट्राफी महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय को मिली। बनस्थली विद्यार्थी दूसरे तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर रहे।  
-साहित्यिक इवेंट्स में चैंपियन ट्राफी बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान को मिली। जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली दूसरे तथा जय नारायण व्यास विवि, जोधपुर तीसरे स्थान पर रहे।
-संगीत में चैंपियन ट्राफी बनस्थी विद्यापीठ, राजस्थान ने प्राप्त की। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय दूसरे तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर रहा। 
- थिएटर में चैंपियन ट्राफी कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय को मिली। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय दूसरे तथा बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान तीसरे स्थान पर रहे। 
- नृत्य में चैंपियन ट्राफी बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान को मिली। चौ. देवी लाल विवि, सिरसा दूसरे तथा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर रहे।

झलकियां
- हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली राजधानी क्षेत्र के 19 विश्वविद्यालयों की टीमों ने युवा महोत्सव में भाग लिया। 
-लगभग 900 प्रतिभागियों ने संगीत, नृत्य, ललित कला, थिएटर, साहित्यिक इत्यादी 27 इवेंट्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
- पांच अलग-अलग आयोजन स्थानों पर इवेंट्स आयोजित किए गए।
- आयोजन स्थलों के बाहर भी प्रतिभागियों तथा एमडीयू के विद्यार्थियों ने गीत-संगीत-नृत्य की महफिल सजाई।
- लगभग 250 स्टूडेंट वालंटियर्स ने अलग-अलग दायित्व निर्वहन किया।
- लगभग 150 प्राध्यापकों ने संयोजन-समन्वयन-संचालन में योगदान दिया।
- युवा दिलों ने उमंग-उल्लास-मस्ती के साथ-साथ अमन, भाईचारा, दोस्ती के भाव का परिचय युवा महोत्सव में दिया। 
- भारत की सांस्कृतिक समृद्धता तथा अनेकता में एकता रंग-तरंग में परिलक्षित हुई।