महिलाओं के योगदान के बिना एक स्वस्थ और विकसित समाज की कल्पना नहीं कर सकतेः प्रो सोनिया मलिक
रोहतक, गिरीश सैनी। एसबीआई अधिकारी संघ, रोहतक द्वारा भारतीय स्टेट बैंक प्रशासनिक कार्यालय में महिला सशक्तिकरण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि एमडीयू, रोहतक के मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर एवं चौ रणबीर सिंह सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संस्थान की निदेशक प्रोफेसर सोनिया मलिक ने शिरकत की। इस कार्यशाला का विषय -महिलाओं को सशक्त करने हेतु आवश्यक शक्ति -प्रतिरक्षा व्यक्तित्व लक्षणः आज की आवश्यकता- रहा।
मुख्य अतिथि प्रो सोनिया मलिक ने अपने प्रभावशाली संबोधन में महिलाओं को सशक्त करने के लिए शक्ति-प्रतिरक्षा व्यक्तित्व लक्षण के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लैंगिक समानता का महत्व बढ़ गया है और समाज में आधी सहभागिता रखने वाली महिलाएं जब तक मुख्य धारा में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान नहीं देती, हम एक स्वस्थ और विकसित समाज की कल्पना नहीं कर सकते। उन्होंने महिलाएं स्वयं को कैसे और अधिक सशक्त बना सकती हैं इस पर भी चर्चा की।
रोहतक मॉड्यूल के महाप्रबंधक रोहित सुरेश कशालकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाज के उत्थान में महिलाओं के अमूल्य योगदान पर चर्चा की। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक अमित कुमार यादव, एसबीआई अधिकारी संघ के डीजीएस जितेंद्र सिवाच, अध्यक्ष राजेश बामल, सहायक महाप्रबंधक किशन सिंह, मुख्य प्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन) ललित कुमार सहित बैंक की विभिन्न शाखाओं और कार्यालयों से महिला स्टाफ सदस्यों ने सहभागिता की।
Girish Saini 


