जर्द पत्ते और हवा पुस्तक का हुआ विमोचन

सभा का द्वितीय चरण काव्य गोष्ठी रहा 

जर्द पत्ते और हवा पुस्तक का हुआ विमोचन

लुधियाना: प्रीत साहित्य सदन द्वारा भारतीय ऐप मिलन सेतु पर छत्तीसगढ़ से विज्ञान की शिक्षिका शुचि भवि के  नव प्रकाशित लघु कथा संग्रह  जर्द पत्ते और हवा का विमोचन किया गया। पुस्तक पर प्रपत्र पढ़ते हुए प्रसिद्ध शायर सागर सियालकोटी द्वारा इस बात को मुख्य रूप से प्रस्तुत किया गया कि यह कथाएं जन जीवन से जुड़ी मार्मिक चिंतन की कथाएं हैं। 

मनोज प्रीत ने अपने वक्तव्य में कहा कि अधिकतर लघु कथाएं भारतीय समाज के परिवारों की बातें बड़ी सहजता से कहीं गई हैं।  तदुपरांत लेखिका द्वारा अपनी लेखनी पर आत्मकथा कही गई जिसमें उन्होंने अपनी बचपन से साहित्य से जोड़ने की बातें बताईं। अपने पिता का मार्गदर्शक के रुप में साहित्य से जोड़ना भी बताया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर से डॉ अपर्णा चतुर्वेदी पिता द्वारा की गई जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में बीनू सतीश उपस्थित रहे।

सभा का द्वितीय चरण काव्य गोष्ठी रहा जिसमें फूलचंद विश्वकर्मा, ममता जैन, रविंद्र अग्रवाल, नीलू ठाकुर, श्रद्धा शुक्ला, डॉ अनु  शर्मा, दिलीप अवध, विभा शर्मा, डॉक्टर नरोत्तम मोदगिल व तेजिंदर सिंह  बरनाला से उपस्थित  रहे।

मंच संचालन  बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रोफेसर पूनम सपरा द्वारा किया गया।