पुस्तकें जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं: डा. सीताराम व्यास 

तीन दिवसीय छठा पुस्तक मेला संपन्न। 

पुस्तकें जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं: डा. सीताराम व्यास 

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विवेकानंद पुस्तकालय में आयोजित तीन दिवसीय छठा पुस्तक मेला वीरवार को संपन्न हो गया। 
इस पुस्तक मेले के अंतिम दिन प्रतिष्ठित शिक्षाविद् डा. सीताराम व्यास, रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेंद्र कुमार, यूआईईटी निदेशक प्रो. युद्धवीर सिंह तथा भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश पुनिया ने डा. रमा कांता की किताब-वंदन माटी का तथा डा. मधुकांत की किताब- छुटकी दीदी का विमोचन किया।

लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक ने इस कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और पुस्तक मेले बारे अहम जानकारी साझा की। 

डा. सीताराम व्यास ने पुस्तकों को जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताया और इस पुस्तक मेले के आयोजन के लिए एमडीयू को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने अपने सम्बोधन में जीवन में किताबों की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने किताबों को सच्चा पथ प्रदर्शक बताते हुए विद्यार्थियों से किताबों बारे रुचि बढ़ाने का आह्वान किया। डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेंद्र कुमार ने जीवन में किताबों की महिमा का वर्णन किया। 
शाम को इस पुस्तक मेले के समापन सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षाविदों, प्राध्यापकों, शोधार्थियों, विद्यार्थियों और पुस्तक प्रेमियों ने इस पुस्तक मेले बारे अपने विचार रखे और इस आयोजन के लिए विवेकानंद पुस्तकालय की सराहना की।

लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक ने बताया कि इस पुस्तक मेले में 50 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन समूहों ने लगभग 50 हजार पुस्तकों को प्रदर्शित किया। इस मेले में 10 हजार से ज्यादा स्कूल, कालेज एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों समेत शिक्षक, शोधार्थी, शहर के प्रबुद्धजन तथा पुस्तक प्रेमी शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक मेले में कैंब्रीज बुक हाऊस, चित्रा प्रकाशन, दिल्ली बुक स्टोर, इंटरनेशनल बुक सेंटर, जैन बुक्स, किया इंटरनेशनल प्रेस, नेशनल बुक ट्रस्ट, न्यू एज इंटरनेशनल, आक्सफार्ड बुक्स, राजकमल प्रकाशन, सेज डिजिटल, एस चांद एंड कंपनी, शारदा प्रकाशन, टेलर एंड फ्रांसिस, वाणाी प्रकाशन, विले इंडिया, हरियाणा साहित्य अकादमी समेत 50 से ज्यादा प्रतिष्ठित प्रकाशन समूहों ने भाग लिया।