बच्चों को शिक्षा और युवाओं को रोजगार से वंचित रखना है बीजेपी का मकसद: आशा हुड्डा 

बच्चों को शिक्षा और युवाओं को रोजगार से वंचित रखना है बीजेपी का मकसद: आशा हुड्डा 

रोहतक, गिरीश सैनी। बच्चों को शिक्षा और युवाओं को नौकरी देना बीजेपी की सोच और नीति का हिस्सा ही नहीं है। क्योंकि बीजेपी मानती है कि जितनी ज्यादा अशिक्षा और बेरोजगारी फैलेगी, जाति-धर्म की राजनीति उतनी ही परवान चढ़ेगी। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा का। आशा हुड्डा रोहतक में कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंची थीं। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्हें लोकसभा चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

आशा हुड्डा ने कहा कि जिस संविधान में सभी नागरिकों खासकर महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार दिए, उसी संविधान को बीजेपी कुचलना चाहती है। इस संविधान को बचाने के लिए महिलाओं को आगे आना होगा। अपने बच्चों के भविष्य की रक्षा करने के लिए अभिभावकों को बीजेपी के खिलाफ वोट करनी होगी। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान रोहतक समेत पूरे हरियाणा में विकास कार्यों का जो पहिया घूम रहा था, उसे बीजेपी ने रोक दिया है। कौशल रोजगार निगम की ठेके वाली दिहाड़ी प्रथा को शुरू करके बीजेपी ने सरकारी नौकरियों को खत्म कर दिया। अपनी नीतियों के चलते इस सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को भी ठप कर दिया। ऐसे में युवाओं को ना सरकारी नौकरी मिल रही है और ना ही प्राइवेट रोजगार। हताशा के चलते युवा नशे व अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं। बढ़ते नशे व अपराध की सबसे बड़ी शिकार अंततः महिलाएं ही होती हैं।