भारत युवाओं का देश तभी तो उम्मीदें हैं ज्यादा

भारत में विविधता तो पहले से ही है, लेकिन इसे सबसे अधिक युवाओं वाला देश होने का गौरव अब मिला है। पूरे 44 करोड़ युवाओं का देश है अपना। इतनी विशाल युवा आबादी विश्व के अन्य किसी देश में नहीं है।

भारत युवाओं का देश तभी तो उम्मीदें हैं ज्यादा

भारत में विविधता तो पहले से ही है, लेकिन इसे सबसे अधिक युवाओं वाला देश होने का गौरव अब मिला है। पूरे 44 करोड़ युवाओं का देश है अपना। इतनी विशाल युवा आबादी विश्व के अन्य किसी देश में नहीं है। इनमें वे युवा शामिल हैं, जिनका जन्म 1981 से 1996 के बीच हुआ है। अमेरिकी अंदाज़ में इन्हें मिलेनियल्स भी कहा जाता है। इनमें से ज्यादातर ने देश के तकनीकी कायांतरण के बीच जन्म लिया है और करीब करीब ये सभी स्मार्टफोन से जुड़ी जिंदगी से वाकिफ हैं, फिर भले ही गांव के युवा हों या कस्बों के। शहरी युवा तो हर तरह के गैजेट्स का प्रयोग करते ही हैं। नई पीढ़ी में बहुत सी कमियां हो सकती हैं लेकिन खूबियां भी कम नहीं होतीं। आज के दौर में जो कुछ तरक्की हो रही है और नई से नई टैक्नोलॉजी आ रही है, उसके पीछे नई पीढ़ी की नई सोच ही है। गूगल यानी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई युवाओं की इस खूबी से बड़े प्रभावित हैं और कहते हैं कि नई पीढ़ी ही दुनिया में बदलावों की अगुवाई कर रही है।

गूगल एक ऐसी कंपनी है जिसमें युवा कर्मचारियों की अधिकता है और वहां सकारात्मक सोच वाला वातावरण है, जहां सिर्फ इस पर बात होती है कि क्या क्या संभव है। गूगल में नए आइडिया की संभावनाओं पर विचार करने की संस्कृति है, न कि इस पर कि यह तो हो ही नहीं सकता। कुछ ऐसी ही बात अभिनेता और फिल्ममेकर सतीश कौशिक ने अपने एक इंटरव्यू में कही कि नए फिल्मकार नई थीम्स पर काम करते हैं और समय की वैल्यू समझते हैं। लेकिन इंजीनियरिंग के छात्रों की दिलचस्पी खेलकूद में कम होती है। यह तथ्य एक सर्वे से सामने आया है। इन छात्रों की टॉप 10 हॉबीज में खेलकूद और जिम का जिक्र तक नहीं है। अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अमेरिका, चीन, रूस और भारत के 167 तकनीकी संस्थानों के छात्रों की हॉबीज का सर्वे कराया, जिसमें इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के बारे में नई जानकारियां सामने आईं। इसी तरह का एक सर्वे ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टैक्नीकल एजूकेशन द्वारा भी कराया गया। इसमें करीब 90 हजार छात्रों को शामिल किया गया। इनमें करीब 60 हजार छात्रों की पहली तीन हॉबीज में कुछ नया सीखना, पढ़ना और यूट्यूब पर डॉक्युमेंट्री फिल्में देखना शामिल है।

इंजीनियरिंग करने वाले युवाओं की पसंद के क्रम में जो पहली 10 हॉबीज सामने आईं, वे हैं: कुछ नया सीखना, पढ़ना, ऑनलाइन डॉक्युमेंट्री देखना, बागवानी, पर्यटन, पेंटिंग, साइकिल चलाना, खाना पकाना, ऑनलाइन गेम और फोटोग्राफी। टेनिस चैम्पियन राफेल नडाल ने 2020 में ऑस्ट्रेलियन ओपन टीवी के मंच पर कहा था - हर टूर्नामेंट के बाद मैं खुद की खोज करने की कोशिश करता हूं और इसके लिए अक्सर मैं समुद्री यात्रा पर निकल जाता हूं। समुद्र के बीच मुझे असीम शांति और ऊर्जा मिलती है। कुछ समय समुद्र में बिताकर जब मैं वापस आता हूं तो जिंदगी का संतुलन बनाना मुझे आसान लगने लगता है। मुझे प्रेक्टिस के लिए अपनी ऊर्जा को बचाकर रखना होता है। इसलिए मैं बेकार की बातों में उलझ कर अपनी ऊर्जा नष्ट नहीं करता। सफलता पाने के लिए अपनी ऊर्जा को सही जगह पर लगाना जरूरी है। मैं समुद्र में अपनी ऊर्जा खोजता हूं, आप कहीं और खोजिए। ऊर्जा का स्रोत खोजिए और उसे सही जगह लगाइए, आपकी सफलता निश्चित है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं)