लघुकथा/बाज़ार

लघुकथा/बाज़ार
कमलेश भारतीय।

बेटी के लिए दूल्हे की तलाश में बहुत जगह भटक रहे थे । किसी ने बताया कि मार्केट में एक ज्वैलर यही काम करता है यानी मैरिज ब्यूरो भी चलाता है । बस । एक आस में चल दिए । उसके पास । 
- कैसा वर चाहिए ?
- क्या मतलब ?
-नौकरीपेशा या बिजनेसमैन ?
-इसमें क्या पेच है ?
- नौकरीपेशा वर के पैसे अलग और बिजनेसमैन के अलग ?
- मतलब ?
- नौकरीपेशा की नौकरी के हिसाब से । जैसे आईएएस और आईपीएस के रेट अलग । छोटी नौकरियों के अलग ।
- बिजनेसमैन में ?
- ऐसे ही केटेगरीज हैं । 
हमने बाजार देखा । समझा और आंखों ही आंखों में बात की और बेटी का सौदा करने से इंकार कर चले आए बाजार से ।
-कमलेश भारतीय