एडीसी ने दिए समाधान शिविर की लंबित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के निर्देश

एडीसी ने दिए समाधान शिविर की लंबित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के निर्देश

रोहतक, गिरीश सैनी। अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने कहा कि अधिकारी समाधान शिविरों की लंबित शिकायतों का यथाशीघ्र उचित निपटारा करें।

एडीसी ने जिला परिषद के सीईओ प्रदीप कौशिक, नगर निगम के संयुक्त भूपेंद्र सिंह, नगराधीश अंकित कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल के साथ समाधान शिविर में नागरिकों की शिकायत सुनते हुए कहा कि अधिकारी विभाग से संबंधित समाधान समाधान शिविर में प्राप्त हो रही हर शिकायत का प्राथमिकता के आधार पर जल्दी निपटारा करें। समाधान शिविरों में प्राप्त हो रही शिकायतों के निपटारे की सरकार द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है तथा सप्ताह के हर शुक्रवार को इन शिकायतों के निपटारे की समीक्षा की जाती है। उन्होंने लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों के मौके पर उपस्थित अधिकारियों को इन शिकायतों का तुरंत निपटारा करने के निर्देश दिए।

इस दौरान यूएचबीवीएन के कार्यकारी अभियंता रामेंद्र मलिक, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक वरिंद्र सिंह, एलडीएम महाबीर प्रसाद, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर, स्वास्थ्य विभाग के जिला परिवार कल्याण शिक्षा अधिकारी सुरेश भारद्वाज सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।

अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने नागरिकों का आह्वान किया कि समय पर इलाज से जानलेवा बीमारी रेबीज से शत-प्रतिशत रोकथाम संभव है, परंतु रेबीज के लक्षण आने के बाद इलाज संभव नहीं है। यह बीमारी कुत्ता, बिल्ली, बंदर, चमगादड़ आदि पशुओं के काटने से फैलती है। उन्होंने कहा कि रेबीज से बचाव के लिए जानवर के काटने पर घाव को तुरंत साबुन और साफ बहते पानी से 15 मिनट तक धोएं। घाव पर स्पिरिट या आयोडीन लगाएं तथा घाव पर कभी भी हल्दी, मिर्च, तेल या मिट्टी न लगाएं। घाव को ढकें नहीं, बल्कि खुला रखें एवं ज्यादा दबाव न डालें। अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंचकर एंटी रेबीज टीका लगवाएं।