2025 के प्रो. रामसजन पांडेय स्मृति सम्मान से अलंकृत होंगे आचार्य हौसिला प्रसाद सिंह

2025 के प्रो. रामसजन पांडेय स्मृति सम्मान से अलंकृत होंगे आचार्य हौसिला प्रसाद सिंह

अमृतसर, 22 अक्टूबर, 2025: गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के हिंदी-विभाग द्वारा ख्यातिलब्ध आलोचक एवं मूल्यधर्मी साहित्यकार प्रोफ़ेसर रामसजन पांडेय की पुण्य स्मृति में इस बार का 'प्रो. रामसजन पांडेय स्मृति सम्मान-2025' डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के हिंदी-विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर एवं अध्यक्ष आचार्य हौसिला प्रसाद सिंह को उनके दीर्घकालीन सृजन एवं शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के आधार पर दिये जाने की विधिवत घोषणा की गयी है। विभागाध्यक्ष एवं डीन, भाषा संकाय प्रो. सुनील कुमार ने बताया कि आचार्य हौसिला प्रसाद सिंह ने अपने रचना, आलोचना और अध्यापकीय कर्म से हिंदी भाषा और साहित्य को समृद्ध किया है। वे संप्रति प्रयागराज में रह रहे हैं। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के हिंदी-विभाग द्वारा अभी तक वर्ष 2023 का सम्मान हिंदी जगत की नामचीन शख्सियत और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला के चांसलर पद्म श्री हरमहेंद्र सिंह बेदी और वर्ष 2024 का सम्मान बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के हिंदी-विभाग के सेवानिवृत्त आचार्य एवं अध्यक्ष डॉ. सुधाकर सिंह को प्रदान किया जा चुका है। सम्मान स्वरूप स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र और 11 हजार रू की सम्मान राशि प्रदान की जाती है। प्रो. सुनील कुमार के अनुसार प्रो. रामसजन पांडेय आजीवन भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों से जुड़े साधक रहे हैं। उनका सदैव ये मानना था कि हिन्दी में रस है, माधुर्य है, भाव और संवेदना है, ज्ञान और विज्ञान है, दर्शन है, संपूर्ण विश्व के लिए हिन्दी भारत की अनुपम देन है। वे निष्काम कर्मयोगी थे। वे व्यक्ति नहीं एक संस्थान थे। सनातन संस्कृति के शिखर पुरुष थे। संत साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान थे, युगपुरुष थे। फरवरी 2026 में विभाग द्वारा आयोजित होने जा रही राष्ट्रीय संगोष्ठी में  'प्रो. रामसजन पांडेय अभिनंदन ग्रंथ' का विमोचन भी किया जाएगा