परीक्षा सुधारों को लेकर कुलपति की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में परीक्षा प्रणाली में सुधार और मूल्यांकन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी व परिणामोन्मुख बनाने के उद्देश्य से कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में विवि के वरिष्ठ शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया और परीक्षा सुधार से जुड़े कई ठोस निर्णय लिए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि विवि के आगामी प्रश्नपत्रों के पैटर्न में ब्लूम्स टैक्सनॉमी और कोर्स आउटकम्स को शामिल किया जाएगा। इस बदलाव से परीक्षा में विद्यार्थियों की समझ, विश्लेषण, मूल्यांकन और सृजनात्मक सोच की क्षमता को मापेंगे। इसके साथ ही, नवंबर/दिसंबर 2025 की परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए परीक्षा ड्यूटी निर्धारण, नोडल मूल्यांकन केंद्रों पर सुपरिटेंडेंट, डिप्टी सुपरिटेंडेंट और आब्जर्वर की नियुक्ति विवि द्वारा करने तथा विभिन्न विषयों के लिए प्रश्न बैंक तैयार करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि पारदर्शिता, समयबद्धता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को साथ लेकर चलना विवि की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य ऐसी परीक्षा प्रणाली विकसित करना है जो विद्यार्थियों की वास्तविक क्षमताओं का मूल्यांकन करे और उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करे। कुलपति ने अधिकारियों से कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में आधुनिक तकनीक और नवाचारों का अधिकतम उपयोग किया जाए ताकि निष्पक्ष और दक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित हो सके।
बैठक में डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो एस.सी. मलिक, कुलपति के सलाहकार प्रो. ए.के. राजन, डीन आर एंड डी प्रो. हरीश दुरेजा, डीन सीडीसी प्रो. विनीता हुड्डा, परीक्षा नियंत्रक प्रो. राहुल ऋषि सहित अन्य शामिल रहे।
Girish Saini 

