रंग नाट्योत्सव संपन्न 

कोर्ट मार्शल की प्रभावशाली प्रस्तुति 

रंग नाट्योत्सव संपन्न 
सातवें रंग आंगन नाट्योत्सव के समापन अवसर पर हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष कमलेश भारतीय के नवप्रकाशित लघुकथा संग्रह मैं नहीं जानता का विमोचन किया गया ।

-कमलेश भारतीय 
हिसार: पहली फरवरी से चल रहा रंग नाट्योत्सव कल स्वदेश दीपक के नाटक कोर्ट मार्शल की प्रभावशाली प्रस्तुति के साथ संपन्न हो गया । इसका निर्देशन प्रसिद्ध रंगकर्मी अरविंद गौड़ ने अपनी नाट्य संस्था अस्मिता की ओर से किया । स्वदेश दीपक के कोर्ट मार्शल के अनगिनत मंचन हो चुके हैं । न केवल हिंदी बल्कि पंजाबी में केवल धालीवाल और बंगाली में ऊषा गांगुली द्वारा । खुद अरविंद गौड़ की यह हिसार में इसी नाटक की दूसरी प्रस्तुति है । नाटक छोटी जाति के रामचंद्र के मानसिक उत्पीड़न की व्यथा कथा है और जब कैप्टन बी डी कपूर व वर्मा यह कहते हैं कि जरूर तेरी मां किसी वर्मा या कपूर के साथ होगी सुनते ही रामचंद्र अपना आपा खो देता है और गोली चला देता है । सूरत सिंह रामचंद्र को अपने साथ पैग पिला कर सम्मान देता है लेकिन कानून के चलते फांसी की सज़ा भी सुनाता है । नाटक में बहुत कसावट और विचारोत्तजना है । अरविंद गौड़ का निर्देशन और कलाकारों का अभिनय बहुत सराहनीय । ड्रैस की भी खूब चर्चा रही । सैनिक बैंड की धुन पाश्र्व में बहुत खूब सूरत वातावरण बना देती है । स्वदेश दीपक ने बहुत डूब कर इसे लिखा और अरविंद गौड़ ने उतना ही डूब कर निर्देशन किया ।

रंग नाट्योत्सव में इस बार मनीष जोशी के अग्रदूत और दास्तान ए गुरु तेगबहादुर नाटक देखने को मिले तो राखी जोशी की नृत्य नाटिका भी गंगा पर । कालकोठरी और भी शानदार प्रस्तुति रही तो हिसार के कलाकारों सतीश कश्यप , रामनारायण और संजना कश्यप का पाॅपकार्न भी रंग जमाने मे सफल रहा । विदूषक ने हिसार को एक नयी रंगकर्मी दी -निधि चौधरी । नाटक कुछ कमियों के बावजूद आकर्षक रहा । गीताश्री , मंगल ढिल्लों , डिम्पी मिश्रा और अन्य अतिथियों ने भी इसे गरिमा प्रदान की । डिम्पी मिश्रा की दो प्रस्तुतियां पंचलैट और सैयां भये कोतवाल भी मनोरंजक और कमाल थीं ।
मनीष जोशी और मनोज बंसल की जोड़ी ने सातवें रंग आंगन नाट्योत्सव का सफल आयोजन किया और हिसार को बेहतर नाटक देखने का सुअवसर दिया । पेंटिंग्स भी लगी रहीं और ओपन बाइक ने भी अनेक कलाकारों को मौका दिया । फिर फिर आए रंग आंगन नाट्योत्सव ।