भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित की

रोहतक, गिरीश सैनी। भारत रत्न, भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके सम्मान में एमडीयू के विधि विभाग स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित की

रोहतक, गिरीश सैनी। भारत रत्न, भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके सम्मान में एमडीयू के विधि विभाग स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

 

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बाबा साहेब को नमन करते हुए उन्हें युग पुरुष बताया और कहा कि राष्ट्र-निर्माण में उनका योगदान अनुपम है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान आज देश की बुनियाद है और हमें उनके विचारों से निरंतर प्रेरणा लेकर संविधान की मर्म-भावना को सदैव बनाए रखना चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि विवि के स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर के समाज में योगदान पर प्रत्येक पखवाड़े विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा, ताकि छात्र-छात्राएं और शोधार्थी उनके विचारों और दर्शन को गहराई से समझ सकें।

 

कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के विकास के लिए समर्पित भाव से कार्य करना चाहिए। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस.सी. मलिक ने कहा कि डॉ. अंबेडकर जैसी विभूतियां बहुत कम जन्म लेती हैं और उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।

 

कार्यक्रम में प्रो. सुनीता सैनी ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। मंच संचालन प्रो. सोनू देहमीवाल ने किया। विभिन्न संकायों के डीन, निदेशक, विभागाध्यक्ष, अध्यापक, कर्मचारी तथा विद्यार्थियों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।