आज गीता को सिर्फ पढ़ना नहीं, समझना सबसे ज्यादा जरूरी

दूर-दूर से आए संत महात्माओं ने गीता पर दिए प्रवचन

आज गीता को सिर्फ पढ़ना नहीं, समझना सबसे ज्यादा जरूरी

फगवाड़ा: श्री कृष्ण गीता ज्ञान मंदिर (महानुभाव ट्रस्ट) द्वारा मार्वल रिसोर्ट में आयोजित मंदिर स्थापना के 18वें बार्षिक उत्सव एवं श्री कृष्ण भक्ति सम्मेलन में देश भर से आए संत महात्माओं ने गीता पर बोलते हुए कहा कि आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत सच्चे मन से कर्म करने की है। गीता में श्रीकृष्ण द्वारा किए गए प्रवचन में भी कर्म की प्रधानता है। इसलिए गीता को बार-बार पढ़ें और समाज के प्रति अपने दायित्वों को पूरा करें। श्री सांवली मूर्ति मंदिर नई दिल्ली के प्रमुख महात्मा श्री सनातन मुनि शाहपुरकर की अध्यक्षता में हुए समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि समूचे विश्व में ज्ञान का आधार गीता ही है। अर्जुन ने श्री कृष्ण से कहा कि मैं दुविधा में पड़ गया हूं कि मैं युद्ध नहीं करूंगा।तब श्री कृष्ण ने कहा कि विकट स्थिति में भी अपने कर्म को न भूलें। तुम्हें युद्ध करना ही पड़ेगा। ऊर्जा, विश्वास और आशा को कभी न भूलें,यही चीजें जीवन में आगे बढ़ने को प्रेरित करती हैं।

महाराष्ट्र से पधारे महात्मा दिगम्बर मुनि जी अंकुलनेरकर ने फ़रमाया कि जीवन चलने का नाम है और यही बात हमें गीता समझाती है।  म.श्री यशराज शास्त्री (कपूरथला) ने कहा कि भगवान पर भरोसा रखो,वे सभी का कार्य सिद्ध करने वाले हैं। कार्यक्रम प्रारंभ होने से पहले दोनों संरक्षकों एस.एन.अग्रवाल एडवोकेट और गोपाल पाठक ने ध्वजारोहण किया। मंदिर कमेटी की कार्यकारिणी के सदस्यों संचालक महात्मा रमन मुनि, चेयरमैन टी.डी.चावला, अध्यक्ष रतन चावला, राजीव कुमरा,सुरेंद्र चावला, हर्ष कमरा, चन्दन सेठी, योगेश चावला और मोहन नारंग के सक्रिय सहयोग से यह कार्यक्रम भरपूर सराहा गया।

इस अवसर पर दिल्ली,चंडीगढ़,जम्मू,अमृतसर, बटाला,पठानकोट,जालंधर,लुधियाना,जगराओं,कपूरथला आदि शहरों के श्रीकृष्ण गीता ज्ञान मंदिरों से विद्वान संत महात्माओं और तपस्विनी बाईयों ने भाग लिया तथा उपस्थिति को संबोधित किया। अंबाला के तोपखाना बाजार के मंदिर से सौ बर्षों से लाई गईं देवपूजा की मूर्तियों को चेतन सेठी , जतिन सेठी और  सुरेंद्र सेठी द्वारा दर्शनार्थ रखा गया। मंदिर तथा नगर निवासियों की ओर से अतिथियों का स्वागत प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.जवाहर धीर ने किया।इस अवसर पर उपस्थित नागरिकों में नगर निगम के मेयर राम पाल उप्पल, रविन्द्र सिंह पनेसर,बंटी वालिया,मलकीत सिंह रघवौत्रा, निरवैर सिंह नन्धा, पंकज गौतम, रणजीत सोंधी,राजीव कुमरा,रविन्द्र सिंह चोट,डा. जवाहर धीर, गुलशन मनचंदा ,अर्जुन सुधीर,विनय शर्मा, परमिंद्र सिंह आदि के नाम प्रमुख हैं।