मेट्रोलॉजी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार के साथ जीयू में तीन दिवसीय एडमेट-2024 संपन्न
गुरुग्राम, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय 9वें राष्ट्रीय सम्मेलन एडवांसेस इन मेट्रोलॉजी एडमेट-2024 का शनिवार को समापन हुआ। इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में छह तकनीकी सत्रों में देश भर से आए शोधकर्ताओं, मेट्रोलॉजिस्ट, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और विद्यार्थियों ने 80 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस मौके पर अतिथियों ने डॉ. संजय यादव द्वारा लिखित काव्य मंजरी और एमएसआई के जर्नल -मापन का विमोचन भी किया। इस दौरान नवीनतम मेट्रोलॉजिकल उपकरण, माप प्रणाली और संबंधित सहायक उपकरण पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया।
समापन सत्र में एमएसआई एवं एनपीएल के निदेशक प्रो. वेणु गोपाल अचंता ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। , विशिष्ठ अतिथि के रूप में सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर की निदेशक डॉ.रंजना अग्रवाल, एनएबीएल के निदेशक आर श्रीकांत, हरियाणा सरकार के ओएसडी डॉ. राजेंद्र कुमार तथा लीगल मेट्रोलोजी डिपार्टमेंट के निदेशक आशुतोष अग्रवाल उपस्थित रहे। राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की।
मुख्य अतिथि प्रो. वेणु गोपाल अचंता ने सम्मेलन के थीम -मात्रा से लेकर परिमाणीकरण तक पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि माप विज्ञान (मेट्रोलोजी) किसी भी वैज्ञानिक गतिविधि की कुंजी है। उन्होंने मेट्रोलॉजी के हमारे जीवन और समाज में मौजूद महत्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए मेट्रोलॉजी के विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं का संक्षिप्त विवरण भी दिया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आभार व्यक्त करते हुए सम्मेलन की गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर देश भर से आए शोधकर्ता, मेट्रोलॉजिस्ट, शिक्षाविद, शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।
Girish Saini 

